पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर शिकंजा कसता जा रहा है। तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में बुधवार को इमरान के खिलाफ आरोप तय कर दिए गए।
वहीं, अल-कादिर ट्रस्ट केस में विशेष अदालत ने उन्हें आठ दिन की राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) की हिरासत में भेज दिया। उन्होंने गिरफ्तारी के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। इस बीच, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी ने उसके कई बड़े नेताओं की गिरफ्तारी का दावा किया।
उधर, दूसरे दिन भी हिंसक झड़पों के चलते हालात बेकाबू रहे। पंजाब, इस्लामाबाद,खैबर पख्तूनख्वा, बलूचिस्तान में सेना तैनात की गई है।
अल-कादिर ट्रस्ट मामले में इमरान को कड़ी सुरक्षा के बीच विशेष कोर्ट में पेश किया गया। इस्लामबाद के न्यू पुलिस गेस्ट हाउस को अदालत परिसर बनाया गया था।
एनएबी ने इमरान की 14 दिन की हिरासत मांगी। वहीं, उनके वकील ने आरोपों को झूठा बताते हुए उन्हें रिहा करने की मांग की। कोर्ट ने उन्हें आठ दिन की हिरासत में भेज दिया।
उपद्रवियों पर कार्रवाई नजीर बनेगी शहबाज
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बुधवार रात 10 बजे देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इमरान समर्थकों ने जनता को खतरे में डाला।
सेना को उपद्रवियों से निपटने के लिए खुली छूट दी गई है। हिंसा करने वालों पर ऐसी कार्रवाई करेंगे, जो नजीर बनेगी।