इस बार कोरोना के वायरस का स्वरूप राहत भरा है। आजकल कोरोना संक्रमितों की न तो सांसें ही फूल रही हैं और न ही उनका ऑक्सीजन का स्तर ही गिर रहा है। इससे अधिकांश मरीजों को कोरोना वार्ड में भर्ती होकर इलाज कराने की नौबत नहीं आ रही है।
डॉक्टर, इसे कोरोना के नये वायरस (एक्सबीबी 1.16) का वजूद में आना बता रहे हैं। चिकित्सकों का दावा है कि कोरोना का मौजूदा वायरस तेजी से एक-दूसरे में फैलता है।
लेकिन ज्यादातर संक्रमित एसिम्प्टोमैटिक मिल रहे हैं और बड़ी बात ये कि फेफड़े में संक्रमण न फैलने के कारण ही लोगों की न तो सांसें ही फूल रही हैं और न ही ऑक्सीजन लेवल ही गिर रहा है।
इस साल अबतक (17 मार्च) जिले में कुल 51 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें से चार कोरोना संक्रमितों को मायागंज अस्पताल के कोरोना वार्ड में भर्ती करके इलाज किया गया। जिले में मिले 46 अन्य कोरोना संक्रमित सीधे होम आइसोलेशन में चले गये।
इनमें से एक कोरोना संक्रमित तो संक्रमित मिलने के अगले ही दिन हुए आरटीपीसीआर जांच में कोरोना निगेटिव निकल गया था।
मायागंज अस्पताल के मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. एमएम झा कहते हैं कि कोरोना का नया वायरस एक्सबीबी 1.16 बहुत ही तेजी से लोगों में पहुंचता है।
ऐसे में जरा भी आशंका है तो कोरोना की जांच कराएं और कोरोना संक्रमित मिलते ही खुद को होम आइसोलेट कर लें।