मायागंज अस्पताल, सदर अस्पताल समेत जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में अब इलाज कराने के लिए वाले हरेक मरीजों और उनके तीमारदारों को मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया गया है।
सिविल सर्जन डॉ. अंजना कुमारी ने सभी अस्पतालों के प्रभारियों को निर्देश जारी कर कहा है कि मास्क न लगाने वाले मरीजों व उनके तीमारदारों को ओपीडी से लेकर इंडोर तक में प्रवेश न दिया जाये।
अगर किसी इमरजेंसी केस में किसी मरीज के पास मास्क नहीं होता है तो उसे अस्पताल द्वारा मास्क उपलब्ध कराने के साथ ही अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया जाये। सदर अस्पताल के प्रभारी डॉ. राजू कुमार ने बताया कि ओपीडी के मरीज हो या फिर भर्ती होने वाले मरीज। अगर उनमें कोरोना का हल्का लक्षण मिलता है तो तत्काल ही उनकी कोरोना जांच करायी जाएगी। आरटीपीसीआर जांच संबंधी ये आदेश इमरजेंसी के मरीजों पर लागू नहीं होगा।
कोरोना लैब में आरटीपीसीआर किट समाप्त, आज आएगा
मायागंज अस्पताल के कोरोना लैब में आरटीपीसीआर टेस्ट किट खत्म हो गया है। हालांकि मायागंज अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ. राजकमल चौधरी ने बताया कि बीते पांच दिनों में जिले में 11 हजार लोगों का रैपिड किट से कोरोना जांच व मेडिकल कॉलेज के लैब में चार हजार लोगों की आरटीपीसीआर जांच की गयी है। कल ही आरटीपीसीआर किट खत्म हुआ है। पटना से दो हजार आरटीपीसीआर किट लाने के लिए मैसेंजर को सोमवार को भेज दिया गया है। बुधवार को आरटीपीसीआर किट आ जाएगा। अस्पताल के इंडोर से लेकर ओपीडी में हल्के लक्षण वाले मरीजों का कोरोना जांच अनिवार्य कर दिया गया है।