22 मार्च को बिहार 111 साल का होने जा रहा है. सनातन धर्म में 111 का अंक बहुत ही शुभ होता है, लिहाजा राज्य सरकार भी इस मौके को भुनाने में कोई कोर कसर छोड़ना नहीं चाहती. बिहार दिवस को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं और प्रत्येक विभाग की ओर से कार्यक्रमों के आयोजन की योजना है. बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम पटना के ऐतिहासिक गोलघर और मंगल तालाब परिसर में लेजर शो का आयोजन करने जा रहा है. पटना ही नहीं, बोधगया, वैशाली और राजगीर में 22 से 24 मार्च तक लेजर शो आयोजित करने की योजना है. लेजर शो के लिए जोरदार तैयारियां की जा रही हैं.
लेजर शो के लिए संबंधित जगहों पर 65 इंच का एचडी टीवी लगाया जाएगा और पर्यटकों के बैठने के लिए 100 राउंड टेबल, 100 गार्डन छाता और 1,000 कुर्सियां लगाने की व्यवस्था की जा रही है. पर्यटन निगम प्रबंधन की ओर से यह जानकारी दी गई है. बता दें कि मंगल तालाब परिसर 2600 साल पुराना है, जिसकी परिधि एक किलोमीटर बताई जा रही है और यह 25 एकड़ में फैला हुआ है. बताया जाता है कि 1857 की क्रांति के बाद यह तालब भर गया था लेकिन बाद में तत्कालीन जिलाधिकारी मैंगल्स ने इसकी खुदाई करवाई थी. तब से इसका नाम मंगल तालाब रख दिया गया. राष्ट्रपिता बापू के शहीद होने के बाद इस सरोवर का नाम बदलकर गांधी सरोवर कर दिया गया था.
ऐतिहासिक गोलघर की बात करें तो इसके अंदर और बाहर कैंपस में लेजर शो दिखाया जाएगा, जिसकी तैयारियां चल रही हैं. इसमें वीरकुंवर सिंह की वीरता की गाथा बिहार के पर्यटक देख पाएंगे. गोलघर में सुबह 19 बजे से शाम 7 बजे तक लेजर शो चलेगा. गोलघर के अंदर 50 लोग बैठ सकते हैं. जितने लोगों के बैठने की क्षमता होगी, उतने ही टिकट दिए जाएंगे. टिकट की दर 2019 में भी 30 रुपये थी तो इस बार भी यह 30 रुपये में ही मिलने वाली है. एक शो 35 मिनट का होगा. गोलघर के प्रति पर्यटकों का आकर्षण बढ़ाने के लिए 2015 में लेजर शो की शुरुआत की गई थी.