बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी का एक बार फिर अजीबोगरीब बयान सामने आया है. उन्होंने अमीर और गरीब दंपति को लेकर चौंकाने वाला तर्क देते हुए कहा ‘गरीब के बच्चे इसलिए ज्यादा होते हैं क्योंकि वे दोनों पति पत्नी साथ रहते हैं और अमीर लोग पति दार्जिलिंग में तो पत्नी शिमला में रहती है. उनके बच्चे पोस्टकार्ड पर ही पैदा हो जाते हैं.
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी अजब गजब बयान से अक्सर चर्चा में रहते हैं. गया के गांधी मैदान में आयोजित गरीब जगाओ रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने अमीर और गरीब का फर्क करते हुए एक बार फिर लोगों को चौंका दिया है. पूर्व सीएम मांझी ने कहा है कि गरीब के बच्चे इसलिए ज्यादा होते हैं क्योंकि वे दोनों पति पत्नी साथ रहते हैं. अमीर पति पत्नी अलग अलग रहते हैं और उनके बच्चे पोस्टकार्ड पर ही पैदा हो जाते हैं. हम के संरक्षक पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा कि अमीर लोग कोलकाता, दिल्ली और पटना रहते हैं. इसी को लेकर केबी सहाय का कामाख्या नारायण में विवाद भी हुआ था और जनसंख्या पर भी बहस हुई थी. इसमें यह बताया था कि 7 बच्चे वाले क्या कंट्रोल करेंगे
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा, ‘भाई हम तो औरत के साथ रहते हैं. बाल बच्चा हो जाता है. बड़कन लोग दार्जिलिंग में तो पत्नी शिमला में रहते हैं. पोस्टकार्ड पर आप लोग का बच्चा पैदा होता है, तो ऐसे में गरीब लोग को ज्यादा बच्चे होते हैं. वहीं अमीर लोग के कम बच्चे होते हैं. हमारी संख्या ज्यादा है तो हमें आरक्षण मिलना चाहिए जो कि 32% हम लोगों की आबादी है. आरक्षण के दायरे को बढ़ाने की मांग करते हुए मांझी ने कहा कि अब दलित आदिवासियों का प्रतिशत 32 से 34 प्रतिशत हो चुका है.