रामचरित मानस को लेकर बिहार में शुरू हुआ विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ दिल्ली से लेकर बिहार तक तो शिकायतें दर्ज हो ही गई हैं, उनके बाद इस केस में राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह भी घिर गए हैं. जगदानंद सिंह पर ये मामला मुगेर में दर्ज हुआ है. शिक्षा मंत्री ने नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी में रामचरित मानस को लेकर बयान दिया था, उन्होंने कहा कि यह ग्रंथ नफरत फैलाता है. इसे जला देना चाहिए. आरोप है कि जगदानंद सिंह ने इस बयान का समर्थन किया था और इसी बात पर उनके ऊपर मामला दर्ज हुआ है.
जगदानंद सिंह पर वाद दायर
जानकारी के मुताबिक, रामचरितमानस पर बिहार के शिक्षा मंत्री द्वारा दिए गए बयान के बाद अब आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर भी मामला दर्ज हुआ है. गुरुवार को जगदानंद सिंह पर मुंगेर व्यवहार न्यायालय में नालसी वाद दायर किया गया. हिंदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष भावेश चौधरी ने यह दायर किया है. हिंदू जागरण मंच ने ये परिवाद मंत्री चंद्रशेखर के साथ-साथ राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर भी किया गया है. राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने मंत्री चंद्रशेखर यादव के बयान का समर्थन किया था. इसीलिए उनके खिलाफ मुंगेर व्यवहार न्यायालय में नालसी वाद दायर किया गया है. इस वाद की केस संख्या 62c/2023 है.
इसलिए हुआ मुकदमा
इस मामले में हिंदू जागरण मंच मुंगेर की ओर से कहा गया कि ‘रामायण को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताकर सनातन धर्म का अपमान किया गया है. परिवादी भावेश चौधरी और सनातन समाज के लोगों की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचा है. आशीष कुमार “अधिवक्ता” ने आगे बताया कि इसी मामले में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (व्यवहार न्यायालय, मुंगेर) में बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के खिलाफ नफरत फैलाने और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले बयान के खिलाफ मुकदमा दायर किया गया है.’