नया साल 2023 शुरू होने में अब केवल कुछ ही दिन बाकी बचे हैं. साल के पहले दिन लोग अपने- अपने इष्ट देवों का दर्शन करने के लिए विभिन्न आराध्य स्थलों पर जाते हैं. ज्योतिष शास्त्रियों के मुताबिक 1 जनवरी 2023 को बेहद दुर्लभ संयोग बन रहा है. इस दिन अगर आप सूर्य देव और यमराज की विधि-विधान से पूजा करते हैं तो साल भर भाग्य सूर्य की भांति चमकता रहेगा और बीमारी-शोक आपके पास भी नहीं फटकेगा. आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं.
ज्योतिषियों के मुताबिक इस बार 1 जनवरी 2023 को रविवार पड़ रहा है. इस दिन को ग्रहों के राजा सूर्य देव को समर्पित माना जाता है. कहा जाता है कि सूर्य देव की पूजा करने से इंसान के इंसान के मान-सम्मान, पराक्रम, तेज और बल में वृद्धि होती है. इस 1 जनवरी को दशमी तिथि भी पड़ रही है. शास्त्रों में दशमी तिथि का स्वामी यमराज को माना गया है. यमराज सूर्य देव की ही संतान हैं. ऐसे में एक साथ दोनों के एक साथ आ जाने की वजह से 1 जनवरी 2023 पर बेहद दुर्लभ योग बन गया है.
धार्मिक विद्वानों के मुताबिक अगर आप 1 जनवरी 2023 को सूर्य देव और यमराज की पूजा करते हैं तो आपके जीवन की सारी समस्याएं अपने आप दूर होती जाती हैं. ऐसा करने से आपको साल भर कष्टों से मुक्ति मिल जाएगी और दुख-दरिद्रता दूर होगी. इसके लिए आप नए साल के पहले दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठें और किसी पवित्र नदी में स्नान करें. अगर पवित्र नदी में स्नान संभव नहीं है तो घर में पानी की बाल्टी भरकर उसमें कुछ बूंद गंगाजल मिला लें. इसके बाद लाल रंग के कपड़े पहनकर तांबे के लोटे से उगते सूर्य को अर्घ्य दें. उस जल में लाल फूल, कुमकुम, लाल चंदन जरूर मिलाएं.
अगर इस दिन आपकी छुट्टी हो तो किसी सूर्य मंदिर में जाकर वहां पर साफ-सफाई और श्रद्धालुओं की सेवा जरूर करें. आप सूर्य देव की कृपा पाने के लिए आटे की गोलियां बनाकर मछलियों को चारा भी खिला सकते हैं. ऐसा करने से न केवल मान सम्मान में बढ़ोतरी होती है बल्कि धनलाभ के योग भी बनते हैं. वहीं मृत्यु के देवता यमराज को प्रसन्न करने के लिए आप शाम को सूर्य ढलने के बाद घर के पास दीपक जला दें. यह उपाय करने से अकाल मृत्यु का भय दूर होता है और व्यक्ति निरोगी जीवन बिताता है.
इन सभी तथ्यों की पुष्टि अपना बिहार झारखंड नहीं करती है