आज हम आपको देवरानी जेठानी की कहानी बताने जा रहे हैं और यह रीयल लाइफ स्टोरी है. देवरानी जेठानी ने एक साथ यूपीपीएससी एग्जाम की तैयारी की और दोनों ने एक साथ ही एग्जाम क्लियर कर लिया. देवरानी को यूपी पुलिस में डीएसपी का पद मिला तो जेठानी प्रिंसिपल बन गईं.
यह दोनों यूपी के बलिया जिले की रहने वाली हैं. दोनों ने यूपीपीसीएस 2018 एग्जाम क्लियर किया था. देवरानी का नाम नमिता शरण है और जेठानी का नाम शालिनी श्रीवास्तव है. जब शालिनी प्रिंसिपल बनीं तब वह वाराणसी के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज नें असिस्टेंट टीचर के पद पर काम कर रही थीं. शालिनी की साल 2011 में शादी हुई थी उन्होंने शादी के बाद भी पढ़ाई नहीं छोड़ी और इसका फल उन्हें यूपीपीसीएस क्लियर करने में मिला. शालिनी का यह दूसरा अटेंप्ट था.
अब बात करते हैं डीएसपी नमिता शरण की. नमिता के पति शिशिर बैंक में पीओ हैं. नमिता भी बैंक में पीओ ही थीं. बैंक पीओ की नौकरी के साथ साथ उन्होंने भी अपनी पढ़ाई जारी रखी और उन्हें इसमें सफलता मिली. इसका रिजल्ट ये रहा कि उन्होंने यूपीपीसीएस 2018 क्लियर किया और यूपी पुलिस में डीएसपी बन गईं. नमिता का जब रिजल्ट आया तो वह अपने पति के साथ ही गोरखपुर में रहती थीं.
नमिता शरण का यह तीसरा अटेंप्ट था. जब रिजल्ट आया तो नमिता की 18वीं रैंक आई थी. साल 2016 में नमिता का सेलेक्शन बिहार में जिला प्रोबेशन अधिकारी की पोस्ट पर हुआ था. इसके लिए उनकी बिहार के हाजीपुर में ट्रेनिंग भी हुई थी. इसके बाद उन्हें सीवान में पोस्टिंग मिली. इसके बाद नमिता का साल 2017 में यूपी में जिला खाद्य विपणन अधिकरी के पद पर हो गया. यह नौकरी मिलने के बाद जिला प्रोबेशन अधिकारी के पद से इस्तीफा दे दिया था.