इंटरकास्ट मैरिज में मिलने वाली राशि के लिए भी घूस मांगी जा रही है। ताजा मामला बिहार के भागलपुर जिले का है। यहां सदर एसडीओ ने एक को पकड़ा है। मामले में अब आगे की कार्रवाई की जा रही है।
अंतरजातीय विवाह की राशि देने के नाम पर सामाजिक सुरक्षा कोषांग के कर्मचारी स्वर्णिम झा को घूस मांगना महंगा पड़ गया। जिलाधिकारी ने स्वर्णिम झा को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही शुरू करने का आदेश दिया है। कर्मचारी के पास से चार हजार रुपये बरामद हुआ है। नाथनगर के एक व्यक्ति ने जिलाधिकारी से मिलकर शिकायत किया कि सामाजिक सुरक्षा कोषांग के कर्मचारी अंतरजातीय विवाह की राशि देने में आनाकानी कर रहा है और घूस मांग रहा है। उक्त व्यक्ति ने चार हजार रुपये देने की बात भी कही। जिलाधिकारी ने तत्काल सदर एसडीओ को सामाजिक सुरक्षा कोषांग भेजा।
एसडीओ ने कर्मचारी को पकड़कर जिलाधिकारी के समक्ष लाया। फाइल देखने के बाद पता चला कि काफी दिनों से मामला पेंडिंग रखा गया है। पास से चार हजार रुपये बरामद किया गया। जिलाधिकारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया कर्मचारी को दोषी पाया गया है। कर्मचारी को निलंबित कर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि एसडीओ से मामले की जांच कराई गई है। कर्मचारी ने खुद संबंधित व्यक्ति के साथ जाने की बात स्वीकार की है। कर्मचारी के पास से चार हजार रुपये बरामद किया गया है। एसडीओ की जांच में कर्मचारी को दोषी पाया गया है। एसडीओ की जांच के आधार पर कार्रवाई होगी।
डीआरडीए में मची रही खलबली
अचानक एसडीओ के डीआरडीए पहुंचने पर कर्मचारियों के बीच खलबली मच गई। एसडीओ सीधे सामाजिक सुरक्षा कोषांग गए और कर्मचारी को साथ लेकर निकल गए। अचानक हुई कार्रवाई से सभी हतप्रभ रह गए। किसी को पता नहीं चल पाया कि आखिर क्या हुआ है। विभागीय कर्मी अपने सहयोगी के बचाव की मुद्रा में थे।
अंतरजातीय विवाह करने पर मिलता है एक लाख रुपिया
अंतरजातीय विवाह को प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना शुरू की गई है। मुख्यमंत्री अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना के अंतर्गत अंतरजातीय विवाह करने वाले व्यक्ति को एक लाख रुपये मिलता है। पहले अंतरजातीय विवाह करने वाले युगल को 50 हजार प्रोत्साहन अनुदान राशि देने का प्रावधान था, जिसे बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया गया है।