उच्च अधिकारियों का ऐसा कोई आदेश नहीं निर्गत हुआ कि पत्रकार परिसर जाकर विद्यालय की त्रुटियों को नहीं दिखा सकते- सत्येंद्र झा क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक भागलपुर प्रमंडल
आए दिन विद्यालयों में कई त्रुटियां देखी जाती हैं, चाहे वह मध्यान भोजन हो ,समय पर विद्यालय ना लगने की बात हो, अवैध रूप से छात्रों से पैसे वसूली की बात हो, शिक्षा की गुणवत्ता की बात हो ,बच्चों के बैठने और विद्यालय के साफ-सफाई की बात हो या फिर कई तरह के घोटाले और विद्यालय में चल रहे गोरख धंधा की बात हो, यह उजागर तब हो पाता है जब पत्रकार अपने कैमरे में इन सारी चीजों को कैद करते हैं।
कई विद्यालयों में जब पत्रकार प्रवेश करते हैं तो वहां के शिक्षक या प्रधानाचार्य काफी रोष में आकर पत्रकारों से दुर्व्यवहार करते हैं और कहते हैं पत्रकार को विद्यालय में प्रवेश करने का ऊपर से ही आदेश नहीं है, विद्यालयों के शिक्षक और प्रधानाचार्य के द्वारा पत्रकारों के साथ अभद्रता का व्यवहार किया जाता है लेकिन वैसे शिक्षक और प्रधानाचार्य के लिए एक बात साफ कर दिया जा रहा है कि बत बिहार शिक्षा सेवा क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक भागलपुर प्रमंडल भागलपुर के सत्येंद्र झा ने साफ तौर पर कह दिया है उच्च अधिकारियों का ऐसा कोई आदेश नहीं पारित हुआ है कि पत्रकार विद्यालय जाकर पत्रकारिता नहीं कर सकते, अगर कोई ऐसा कहते हैं तो यह मनगढ़ंत बातें कह रहे हैं, पत्रकार को डराने की कोशिश करते हैं, धरातल पर इससे इसका कोई सरोकार नहीं, वही क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक सत्येंद्र झा ने यह भी कहा कि ऊपर से किसी भी वरीय पदाधिकारियों का ऐसा कोई आदेश निर्गत नहीं किया गया है कि पत्रकार किसी विद्यालय में उसके परेशानियों को उजागर नहीं कर सके या फिर अपने कैमरे में कैद नहीं कर सकते,
पत्रकार का काम है परेशानियों को उजागर करना, छापना, दिखाना । अगर यह गलत चीजों को सामने नहीं लाएंगे तो हम पदाधिकारी कैसे जानेंगे कि किस विद्यालय में क्या परेशानी है या फिर किस विद्यालय में कौन सा गोरखधंधा चल रहा है, उन्होंने कहा पत्रकार विद्यालय बिल्कुल जा सकते हैं, पत्रकारिता करने और विद्यालय के अवगुण को साझा करने को लेकर कोई पाबंदी नहीं है वहीं उन्होंने यह भी कहा कि पत्रकार ही इस देश का चौथा स्तंभ है ,सच्चा आईना है, पत्रकार नहीं जाएंगे तो कौन जाएंगे ,उन्होंने यह भी बताया कि किसी किसी विद्यालय में हवाला दिया जाता है
कि स्कूल में पत्रकार रिपोर्टिंग के लिए नहीं जा सकते ऐसा ऊपर से आदेश है तो मैं यह साफ तौर पर कह दूं कि ऐसा कोई आदेश निर्गत नहीं है, धरातल पर ऐसी कोई बात नहीं है ,रिपोर्टर जमकर रिपोर्टिंग करें तभी हम लोगों को विद्यालय बच्चे अभिभावक की परेशानी सामने आएगी और उस पर हम लोग संज्ञान ले पाएंगे।