किसी ने ठीक ही कहा है की अगर आपका कोई सपना पूरा ना हो पाएं, तो निराश होने के बजाए कोई दूसरा सपना देखने लगो। कभी हार मानकर मत बैठ जाओ। ऐसा ही एक बेटी का किस्सा पश्चिम बंगाल (West Bengal) के नॉर्थ 24 परगना (North 24 Parganas) से आया है। 24 परगना की रहने वाली एक बेटी तुकटुकी दास पढ़ लिखकर सपना देखा करती थी की वह सरकारी अफसर बनेगी और जीवनभर आराम से सरकारी करेगी।

बेटी के माता पिता भी यही चाहते थे, की वह सरकारी नौकरी करने लगे। तुकटुकी (Tuktuki Das) ने कई प्रयास किये और कई परीक्षा दी। परन्तु वह सफल ना हो सकी। इसके बाद तुकटुकी ने कुछ खुद का करने का मन बनाया। कुछ अलग करने के मकसद से हावड़ा स्टेशन पर चाय की एक दुकान शुरू कर दी। इस चाय की दुकान का नाम ‘MA English चायवाली’ रखा।

कुछ समय में उनका काम निकल पड़ा। उनकी दुकान पर चाय पीने वालों की भीड़ लगनी शुरू हो गई। महीने भर से भी कम समय में उसने अच्छा खासा स्टाल जमा लिया। आज वो हर दिन के लगभग 3 हजार रुपए की चाय बेच देती है। अब किस्मत ने साथ दिया और वह फेमस भी हो गई है।

आपको बता दें की टुकटुकी 26 साल की बिटिया है। वह एक सामान्य परिवार से आती हैं। उनके पिता एक किराने की दुकान चलाकर परिवार का पालन पोषण करते हैं। उनकी मां भी दुकान में पिता की मदद करती हैं। तुकटुकी ने अपनी पढाई पूरी की और ग्रेजुएशन के दौरान ही सिविल सेवा परीक्षा (Civil Service Exam) की तैयारी शुरू की थी। उनके माता पिता चाहते थे की बेटी कोई अच्छी सरकारी जॉब कर ले।

परिवार वाले सरकारी नौकरी में देखना चाहते थे

आज सोशल मीडिया में टुकटुकी काफी फेमस हो चुकी है और इंस्टाग्राम पर उनके हज़ारों दीवाने है। तुकटुकी कहती हैं कि परिवार वाले सरकारी नौकरी में मुझे देखना चाहते थे। फैमिली प्रेशर और घर की जरूरतों को देखते हुए मैंने भी फैसला किया कि जब इनकी पसंद गवर्नमेंट सर्विस बहुत अच्छी राह है, तो कोशिश करके देखती हूं। काफी परीक्षा देने के बाद भी असफल रही।

तुकटुकी ने एक ऑनलाइन मीडिया प्लेटफार्म को बताया की ग्रेजुएशन और मास्टरर्स की पढ़ाई पूरी करने के बाद भी मैं सरकारी जॉब के लिए कोशिश करती रही। फिर भी सिलेक्शन नहीं पा रहा था। फिर यह अहसास हुआ की अब और नहीं हो पायेगा और कुछ दूसरा प्लान सोचना पड़ेगा।

स्टार्टअप स्टोरीज पढ़कर आईडिया आया

टुकटुकी के बताया की वे पिछले कुछ सालों से यंग एंटरप्रेन्योर के किस्से और कहानी पढ़ रही हैं। देश में कई युवा अच्छी खासी जॉब छोड़कर अपना स्टार्टअप शुरू रहे हैं और अच्छी सफलता हासिल कर रहे हैं। इससे मुझे प्रेरणा मिली। मुझे लगा की जब दूसरे यह सब कर सकते हैं, तो मैं भी कुछ अच्छा कर सकती हूँ।

यह विचार आने के बाद उन्होंने स्टार्टअप प्लान बना लिया। अब सोचना यह था की क्या काम किया जाए। तुकटुकी बताती है की अनेक स्टार्टअप स्टोरीज (Startup Stories) पढ़ने और बिजनेस की खोज बीन करने के बाद चाय का बिजनेस करने का आईडिया आया। यह मेरे लिए आसान और कम लागत में स्टार्ट किया जा सकता था।

फिर चाय के स्टार्टअप को लेकर जब अपने दोस्तों और परिवारवालों से चर्चा की तो उन्हें कुछ अटपटा लगा। उनका कहना था कि लड़की को चाय की दुकान सँभालने को काफी समस्या होगी। लोग भी क्या कहेंगे। उनके पिता भी ऐसा बिलकुल नहीं चाहते थे की उनकी बेटी चाय बेचे।

जब ‘चायवाला’ हो सकता है तो ‘चायवाली’ क्यों नहीं

इसके बावजूद टुकटुकी यह सोच चुकी थी की जब ‘चायवाला’ हो सकता है तो ‘चायवाली’ भी हो सकती है। तुकटुकी ने चाय के बिजनेस को लेकर रिसर्च आरम्भ की और इसके फ्लेवर, अन्न सामान और लोकेशन को लेकर खोजा बिनी की। इसके लिए लोकेशन सबसे महत्वपूर्ण थी। टुकटुकी ने कई लोकेशन को लेकर पड़ताल की। लगभग 3 महीने तक लोकेशन को लेकर खोज चलती रही।

फिर पिछले साल नवंबर में टुकटुकी ने हावड़ा स्टेशन पर प्लेटफॉर्म नम्बर 2 पर अपनी चाय की दुकान खोली। इस चाय की दुकान का सेटअप करने में लगभग 10 लाख रुपए की लागत आई। अब दुकान के नाम को लेकर टुकटुकी के मन में आईडिया आया की उन्होंने MBA चायवाला सुना था और एक इंजीनियर चायवाला (Engineer Chaiwala) काफी फेमस है।

चायवाली वर्ड का इस्तेमाल तो करना ही था

उन्होंने (Tuktuki Das) बताया की अभी तक कोई चायवाली के बारे में स्टोरी नहीं सुनी। इसलिए उन्हें अपनी दुकान में ‘चायवाली’ वर्ड का इस्तेमाल जरूर करना था। काफी सोचने के बाद उन्होंने ‘MA English चायवाली’ (MA English Chaiwali Tea Shop) नाम रख लिया।

तुकटुकी ने मीडिया प्लेटफार्म को बताया की अभी वे खुद ही 9 अलग-अलग फ्लेवर की चाय बना रही हैं। इनमें अदरक, इलायची, केसर जैसे फ्लेवर हैं। जिसकी कीमत 5 रुपए से लेकर 35 रुपए तक राखी गई है। उनका कहना है की चाय बनाने को लेकर कोई खास फार्मूला नहीं है, क्योंकि अभी ज्यादा समय भी नहीं हुआ है। अभी नए नए प्रयोग किये जा रहे हैं। कई डिस्ट्रीब्यूटर भी सम्पर्क में हैं।

तुकटुकी का दिन सुबह 5 बजे शुरू हो जाता है। वे सुबह 5 बजे से ही अपने काम की तैयारी में लग जाती हैं। वे सुबह में 6 बजे से 11 बजे तक और शाम में 5 बजे से 9 बजे रात तक दुकान पर बैठती हैं। शाम में चाय के साथ वे समोसा भी बेचती हैं। अभी सारा काम तुकटुकी खुद ही मैनेज कर रही हैं। अभी हर दिन की 3000 की चाय बिक जा रही है।

टुकटुकी के मुताबिक़ शाम के वक़्त ज़ादा ज्यादा भीड़ हो जाती है। उन्हें मैनेज करना भी काफी कठिन होता है। अब इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया पर भी वे पहचानी जाने लगी है। कई यूथ उनके साथ सेल्फी भी खिंचाते हैं। टुकटुकी अपना यू-ट्यूब चैनल भी चलाती हैं। उनके कई वीडियो वायरल (Video Viral) हो चुके हैं। टुकटुकी अपने वीडियो लोगो को काफी पसंद आ रहे है। अब उनके पास शादी के रिश्ते भी आने लगे है।

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