बिहार विद्यालय से गायब रहने वाले शिक्षकों पर सेल्फी से नकेल। बिना अवकाश के अनुपस्थित मिले शिक्षक तो प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई। शिक्षकों को दिन में दो बार भेजनी होगी सेल्फी। इस संबंध में प्रधानाध्यापकों को जारी किया निर्देश।

भागलपुर। अब विद्यालयों से गायब रहने वाले शिक्षकों पर सेल्फी से नकेल कसी जाएगी। प्रमंडलीय आयुक्त की समीक्षा बैठक के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, कार्यक्रम पदाधिकारी और प्रधानाध्यापकों को निर्देश जारी कर दिया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सभी निरीक्षी पदाधिकारी को विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान अनिवार्य रूप से उपस्थिति पंजी में दर्ज और छात्रों की वास्तविक संख्या का उल्लेख प्रतिवेदन में करने को कहा है। दो सप्ताह में लाभान्वित छात्रों के कक्षा एक से पांच और छह से आठ का अलग-अलग उल्लेख करने को कहा है।

जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी वाट्सएप ग्रुप बनाएंगे। जिसमें प्रखंड के सभी उच्च माध्यमिक, माध्यमिक, मध्य और प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को जोड़ा जाएगा। सभी प्रधानाध्यापक अपने विद्यालयों के सभी शिक्षकों के साथ सेल्फी खींच कर वाट्सएप ग्रुप पर भेजेंगे। वहीं, शिक्षकों की उपस्थिति पंजी की भी तस्वीर वाट्सएप पर डालेंगे। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि सभी निरीक्षी पदाधिकारी शिक्षक द्वारा किए जा रहे अध्यापन कार्य का अनिवार्य रूप से अवलोकन करेंगे।

निरीक्षी पदाधिकारी अपने निरीक्षण प्रतिवेदन में तिथि एवं समय अनिवार्य रूप से अंकित करेंगे। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, कार्यक्रम पदाधिकारी अलग-अलग तिथि को अलग-अलग प्रखंडों का और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अलग-अलग पंचायतों का निरीक्षण करेंगे। आयुक्त कार्यालय से उपलब्ध कराए गए एक पृष्ठ के प्रपत्र में भरकर माह के अंतिम कार्य दिवस को जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में जमा कराएंगे। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि अप्रैल से अक्टूबर माह तक विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान लापरवाही पर क्या कार्रवाई की गई, इसका प्रतिवेदन सभी डीपीओ और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अनिवार्य रूप से तीन दिनों के अंदर कार्यालय को उपलब्ध कराएंगे। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि सभी शिक्षक और प्रधानाध्यापक असामान्य स्थिति को छोड़कर विद्यालय नहीं आने के एक दिन पूर्व सक्षम प्राधिकार से अवकाश स्वीकृत कराएंगे। बिना अवकाश के कोई शिक्षक गायब मिले, तो प्रधानाध्यापक जिम्मेवार होंगे।

दशहरा के बाद अब दीपावली में भी शिक्षकों को नहीं मिला वेतन

समग्र शिक्षा अभियान मद से भुगतान पाने वाले जिले के प्रधानाध्यापक, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक- शिक्षिका सहित जिले के लगभग नौ हजार शिक्षकों को सरकार के आदेश के बाद भी दुर्गा पूजा के अवसर पर सितंबर महीने के वेतन का भुगतान नहीं किया गया। अब दीपावली पर भी सितंबर और अक्टूबर माह का वेतन भुगतान नहीं हो पाया। दो माह से वेतन से वंचित शिक्षकों के त्योहार के उमंग पर पानी फिर गया है। मध्य विद्यालय महादेवापुर के प्रधानाध्यापक संजय कुमार ने कहा कि वेतन के अभाव में पर्व त्योहार में पारिवारिक दायित्वों के निर्वहन में काफी कठिनाई होती है। कहलगांव प्रखंड के कन्या मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक उमाकांत कापरी और नाथनगर के शिक्षक रविकांत ठाकुर ने कहा कि पर्व त्योहार के समय लगातार दो माह से वेतन भुगतान नहीं होना दुखद है। दूसरी ओर जिले के एचआरएमएस से होने वाले वेतन भुगतान में पांच प्रखंडों पीरपैंती, कहलगांव, गोपालपुर, नारायणपुर और बिहपुर के शिक्षकों से संबंधित वेतन भुगतान की तकनीकी त्रुटियों का निराकरण नहीं होने से इन प्रखंडों के शिक्षक शिक्षिकाओं का भी वेतन भुगतान बाधित है।

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