निरीक्षण के नाम पर खानापूर्ति किए जाने पर प्रमंडलीय आयुक्त ने जताई नाराजगी। अब सप्ताह में जिला शिक्षा पदाधिकारी तीन दिन और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी चार दिन फिल्ड में रहेंगे। बांका और रजौन प्रखंड के शिक्षा पदाधिकारियों के निरीक्षण रिपोर्ट में मिली सबसे अधिक गड़बड़ी।
भागलपुर; प्रमंडलीय आयुक्त दयानिधान पांडेय ने भागलपुर और बांका जिला के शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों को नियमित विद्यालयों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए थे। निरीक्षण के नाम पर शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों ने महज खानापूरी की। बुधवार को प्रमंडलीय आयुक्त की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में विद्यालयों के निरीक्षण के नाम पर बरती गई लापरवाही की कलई खुल गई। निरीक्षण के नाम पर बरती गई लापरवाही को लेकर प्रमंडलीय आयुक्त ने नाराजगी जताई। बांका जिला के सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी से लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी के निरीक्षण पर आयुक्त ने सवाल उठाए। बांका जिला में सिर्फ शंभूगंज प्रखंड के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी का निरीक्षण रिपोर्ट कुछ हद तक सही पाया गया। भागलपुर जिला में विद्यालयों के निरीक्षण की स्थिति बांका की तुलना में कुछ बेहतर दिखी। प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि निरीक्षण के नाम पर खानापूरी करने की प्रवृति अविलंब छोड़ दें।
अगर आप सही तरीके से विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे, विद्यालयों में समय व्यतीत करेंगे, तो शैक्षणिक व्यवस्था में निश्चित रूप से सुधार आएगा। प्रमंडलीय आयुक्त ने दोनों जिला के जिला शिक्षा पदाधिकारी को निरीक्षण के दौरान मिली गड़बड़ी को लेकर की गई कार्रवाई का प्रतिवेदन देने के निर्देश दिए थे। बैठक में कार्रवाई का प्रतिवेदन जमा नहीं होने पर आयुक्त ने अक्टूबर माह के अंत तक हर हाल में रिपोर्ट जमा करने के निर्देश दिए।
प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि अब जिला शिक्षा पदाधिकारी सप्ताह में तीन दिन और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अनिवार्य रूप से चार दिन क्षेत्र में रहेंगे। दोनों जिला के शिक्षा पदाधिकारी वाट्सएप ग्रुप बनाएंगे। जिस पर प्रत्येक दिन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी लाइव लोकेशन शेयर करेंगे। अगर किसी विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे हैं, तो विद्यालय के साथ अपनी तस्वीर वाट्सएप पर भेजेंगे। प्रमंडलीय आयुक्त के सचिव इसकी मानिटरिंग करेंगे।
निरीक्षण के दौरान शिक्षा पदाधिकारी विद्यालय के छह दिनों में छात्रों के औसत उपस्थिति की आकलन करेंगे। इसके बाद यह देखेंगे कि एमडीएम में बच्चों की जितनी उपस्थिति दर्ज कराई जा रही है, उतनी संख्या में बच्चे विद्यालय आते हैं या नहीं। प्रमंडलीय आयुक्त के सचिव बांका के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के निरीक्षण कार्य की जांच करेंगे। जिस दिन वाहन में तेल लिया गया, उस दिन अगर निरीक्षण नहीं किए जाने की बात सामने आती है, तो उनसे ईंधन की राशि की रिकवरी कराई जाएगी। प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी प्रखंड के सभी पंचायतों और जिला स्तरीय पदाधिकारी सभी प्रखंडों के विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे।