भागलपुर के कहलगांव और नवगछिया में गंगा के बढ़े जलस्तर के बाद कई गांव जलमग्न होते दिखाई दे रहे हैं। अलबत्ता लोग अपने घरों को तोड़कर ईंट सरिया आदि फिर से ले जा रहे हैं। कई घर छोड़कर सुरक्षित स्थान की ओर विस्थापित हो गए हैं।
भागलपुर: जिले के कहलगांव कहलगांव में गंगा के जलस्तर में लगातार तेजी से बृद्धि हो रही है। खतरे के निशान से 21 सेंटीमीटर उपर पहुंच गई है। प्रति घंटे एक सेंटीमीटर बृद्धि हो रही है। अभी और बढ़ने की संभावना है। गंगा के साथ साथ इससे जुड़ी कुआ, भयना, गेरुआ, घोघा, लोहरी आदि नदियां उफान पर है। चारों तरफ बाढ़ का दृश्य दिखाई पड़ने लगा है। गंगा का दियारा इलाका,चौर जलमग्न हो चुका है। गांव के तरफ तेजी से पानी का फैलाव होने लगा है। तोफिल ,अनठावन, गांव में तेजी से बाढ़ का पानी प्रवेश कर रहा है। कई घर जलमग्न हो चुके हैं। पकड़तल्ला शीतला मंदिर के निकट स्थित कई घर जलमग्न है। करीब एक दर्जन गांव बाढ़ से घिरे हैं। गांव के तरफ पानी तेजी से बढ़ रहा है।
दशहरे के पहले से हो रही बारिश के बाद गंगा का जलस्तर दोगुनी रफ्तार के साथ बढ़ा है। बढ़ता जलस्तर देख लोगों न पहले की तरह अपने घरों को तोड़ना शुरू कर दिया है। ईंट-सरिया और कीमती सामान लेकर वे सुरक्षित स्थानों की ओर रुख कर रहे हैं। बता दें कि भागलपुर के दियारा इलाके में गंगा ने विस्तार किया है। कटान लगातार जारी है।
वैसे पिछले बाढ़ की तुलना में करीब एक मीटर जलस्तर नीचे है। लगता है कि वह पार कर जाएगा। बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांवों में हड़कंप मचा हुआ है। तोफिल गांव वासी पंचायत के मुखिया ललिता देवी ने कहा कि पिछली बाढ़ से ग्रामीण तबाह तो हुए ही थे। करीब दस दिनों तक पूरा गांव जलमग्न रहा था। अभी गांव और घर पूरी तरह सूखा भी नहीं था कि पुनः गांव जलमग्न होने लगा है। सरकार की ओर से कोई राहत नहीं मिला था। ग्रामीणों के सामने सबसे बड़ी समस्या भोजन, शौचालय शुध्द पेयजल की है। अगली बार तो किसी तरह जीवन खेप लिया था। इस बार भुखमरी की समस्या उठ जाएगी। अनुमंडल पदाधिकारी मधुकांत ने कहा कि बाढ़ की स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
खतरे के निशान से 18 सेंटीमीटर
नवगछिया में फिर से एक बार गंगा एवं कोसी नदी की लगातार जल स्तर बढ़ने के बाद बाढ़ की स्थिति पैदा होने लगा है कई निचले इलाकों में बाढ़ का पानी आ जाने से गांव से गांव का संपर्क भंग होने लगा है। जानकारी के अनुसार इस्माईलपुर -बिंद टोली में गंगा नदी गुरुवार को खतरे के निशान 31.60 मीटर से 18 सेंटीमीटर ऊपर अर्थात् 31.78 मीटर पर बह रही है।24 घंटे में 21 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। राघोपुर में चेतावनी के जलस्तर 32.68 मीटर को पार कर 32.96 मीटर पर बह रही है।
यहां 24 घंटे में 25 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। यह जानकारी नवगछिया बाढ नियंत्रण प्रमंडल से मिली है। मिली जानकारी के अनुसार सभी तटबंध व स्पर सुरक्षित रहने की जानकारी दी गई है। गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने के कारण सभी कटा स्थलों पर गंगा का पानी इनिशियल से ऊपर होने के कारण कटाव की स्थिति में नियंत्रण है फिर से गंगा के किनारे गांव में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गया है।
इस्माइलपुर के पश्चिमी बिठा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अनिल प्रधान ने बताया कि यहां पर जिस तरह से एक बार फिर से बाहर आने की स्थिति उत्पन्न हुआ है इसे रामनगर केलाबारी पश्चिमी भिट्ठा प्रखंड मुख्यालय के समीप आदि जगहों पर बाढ़ का पानी काफी नजदीक आ गया है अगर और थोड़ा जलस्तर में वृद्घि हुआ तो फिर से एक महीना पहले जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाएगा।