बिहार के पूर्व मध्य रेलवे (East Central Railway) के गया जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या 3 पर डाउन ऋषिकेश-हावड़ा योग नगरी एक्सप्रेस से आरपीएफ की टीम ने कछुआ से भरा बैग बरामद किया है. बैग से 61 जिंदा कछुआ की बरामदगी हुई. हालांकि इस मामले में किसी शख्स की गिरफ्तारी नहीं हो सकी. पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है.
आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय प्रकाश ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि ट्रेन संख्या 13010 डाउन ऋषिकेश-हावड़ा योग नगरी एक्सप्रेस के प्लेटफार्म संख्या 3 पर आ रही है. जिसकी कोच संख्या D2 से जीवित कछुआ की तस्करी की जा रही है. सूचना के आधार पर उक्त ट्रेन में छापामारी की गई, तो सीट के नीचे से 4 बैग लावारिस हालत में बरामद किए गए. जब बैग की तलाशी ली गई तो उसमें से 61 जीवित कछुआ की बरामदगी हुई.
लावारिस हालत में बरामद सभी बैंग के संबंध में आस-पास बैठे यात्रियों से पूछताछ की गई. लेकिन किसी ने स्वामित्व नहीं स्वीकार किया. जिसके बाद बैग को ट्रेन से उतार कर रेल सुरक्षा बल पोस्ट में लाया गया. बरामद किए गए सभी कछुए को वन विभाग के अधिकारियों को सुपुर्द कर दिया गया है.
इस मौके पर मौजूद वनरक्षी सोनू कुमार मिश्रा ने बताया कि आरपीएफ जवानों द्वारा ट्रेन से 61 कछुओं की बरामदगी की गई थी. जिसे वन विभाग के हवाले कर दिया गया. उन्होंने कहा कि इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. अज्ञात तस्करों द्वारा जिंदा कछुओं ले जाया जा रहा था. जिसको जब्त कर लिया गया. आगे की कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि बिहार के कई जिलों से कछुओं की तस्करी का मामला अक्सर आता रहा है. इससे पहले वैशाली के सोनपुर में भी बड़े पैमाने पर ट्रेनों से कछुओं की बरामदगी हुई थी. जबकि पिछले जनवरी 2021 में भी बिहार के गोपालगंज जिले के कुचायकोट थाना क्षेत्र से एक ट्रक से 1,946 कछुए बरामद किए गए थे. वहीं, सारण से भी भारी मात्रा में कछुओं की बरामदगी हुई थी.
इस तरह दुर्लभ प्रजाति के कछुओं का बार-बार ट्रेनों से बरामद किया जाना निश्चित तौर पर चिंता का विषय है. साथ में इस मामले में काम कर रहे विभागों की लापरवाही को भी उजागर होती है. ऐसे में फॉरेस्ट विभाग, रेल पुलिस और राज्य पुलिस को भी बेहद सतर्कता से चौकसी बरतनी होगी. जिससे दुर्लभ प्रजाति के कछुओं की रक्षा हो सके.