मल्टी-स्टारर मसाला फिल्मों के दिग्गज बॉलीवुड निर्माता अब्दुल गफ्फार नाडियाडवाला का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. इसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया और उन्हे सुपुर्द-ए-खाक किया गया. इस दौरान उनके फ्यूनरल और अंतिम संस्कार की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं

अब्दुल गफ्फार नाडियाडवाला के निधन से पूरा परिवार गमजदा है और खुद को संभाल नहीं पा रहा है.  खबर मिलते ही पूरा परिवार औलर तमाम करीबी उनके अंतिम दर्शन करने के लिए उमड़ पड़े. लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया.

पिता के निधन की जानकारी उनके बेटे मुश्ताक नाडियाडवाला ने सोमवार को दी. वह 92 वर्ष के थे और कई बीमारियों से जूझ रहे थे. उन्होंने सोमवार तड़के करीब 3 बजे ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली.

पिता के निधन की जानकारी उनके बेटे मुश्ताक नाडियाडवाला ने सोमवार को दी. वह 92 वर्ष के थे और कई बीमारियों से जूझ रहे थे. उन्होंने सोमवार तड़के करीब 3 बजे ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली.

उनके तीन बेटे, फिरोज, हाफिज और मुश्ताक, बेटियां और उनके भतीजे और प्रसिद्ध फिल्म निर्माता साजिद नाडियाडवाला हैं. उनके परिवार ने सूचित किया कि गफ्फारभाई के जनाजे को शाम 4 बजे विले पार्ले स्थित इरला मस्जिद कब्रिस्तान में ले जाया गया, जहां उन्हें सुपुर्दे खाक किया गया.

गफ्फारभाई जो मुंबई और गुजरात में स्टूडियो बनाने के साथ प्रमुख नाडियाडवाला फिल्म बैनर के संस्थापकों में से एक थे. पांच दशक से अधिक के अपने फिल्म निर्माण करियर में उन्होंने ‘आ गले लग जा’, ‘लहू के दो रंग’, ‘शंकर शंभू’, ‘झूठा सच’, ‘सोने पर सुहागा’, ‘वतन के रखवाले’ जैसी कई यादगार फिल्में बनाईं.

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