जल्द ही बिहार में लोगों को पुलिस की कार्रवाई के दौरान ड्रोन नजर आयेंगे. इसके लिए राज्य के डीजीपी द्वारा संबंधित अधिकारियों पदाधिकारियों को निर्देश जारी किया जा चुका है. देश भर की पुलिस के साथ साथ बिहार पुलिस भी लगातार आधुनिकीकरण की दिशा में तेजी से बढ़ रही है.

भागलपुर. जल्द ही बिहार में लोगों को पुलिस की कार्रवाई के दौरान ड्रोन नजर आयेंगे. इसके लिए राज्य के डीजीपी द्वारा संबंधित अधिकारियों पदाधिकारियों को निर्देश जारी किया जा चुका है. देश भर की पुलिस के साथ साथ बिहार पुलिस भी लगातार आधुनिकीकरण की दिशा में तेजी से बढ़ रही है. एफआइआर, पासपोर्ट वेरिफिकेशन के ऑनलाइन किये जाने और डायल 112 जैसी याेजनाओं को लागू किये जाने के बाद अब पुलिस सुदूर इलाकों में अपराधियों, अपराध, तस्करी आदि पर निगरानी के लिए ड्रोन का सहारा लेगी.

पुलिसिंग के लिये कारगर मान रहा विभाग

अभी केवल मद्य निषेध विभाग को शराब तस्करी, अवैध निर्माण आदि पर रोक लगाने के लिए ड्रोन उपलब्ध कराये गये थे. पर लाये गये ड्रोन अब धूल फांक रहे हैं. हालांकि बिहार पुलिस उक्त योजना को पुलिसिंग के लिये कारगर मान रही है. इसके लिए डीजीपी के निर्देश पर पहले राज्य स्तर पर ड्रोन सेल का गठन किया जायेगा और उसके बाद पुलिस जिला स्तर पर इसे गठित किया जायेगा.

वरीय अधिकारियों ने इसकी हरी झंडी भी दे दी है

मुख्यालय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ड्रोन सेल के गठन से पूर्व संबंधित पुलिस अधिकारियों को इसके लिए दिशा-निर्देश दिये गये हैं. ड्रोन सेल के गठन के लिए इसका आकलन करने का भी निर्देश जारी किया जा चुका है. पुलिसिंग के दौरान ड्रोन के महत्व को देखते हुए पुलिस मुख्यालय द्वारा विगत दिनों आयोजित की गयी बैठक में इस बात पर निर्णय लिया गया है. वरीय अधिकारियों ने इसकी हरी झंडी भी दे दी है.

सुदूर इलाकों में होगी कारगर पुलिसिंग

पुलिस द्वारा तस्करी और अवैध कारोबारों की जानकारी निकालने के लिये ड्रोन काफी उपयोगी साबित हो सकता है. वहीं दियारा, जंगल या किसी सुदुर इलाके में छापेमारी के दौरान पुलिस ड्रोन की मदद से आगे बढ़ कर अपराधियों की गतिविधि के साथ साथ उनके लोकेशन का भी पता लगा सकती है. ड्रोन की मदद से गिरफ्तारी अभियान के दौरान पुलिस दीवार के छिपे या किसी छत पर चढ़े अपराधियों का भी पता लगा सकती है.

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