आपको बता दें कि आशीष खुद एक किसान परिवार से आते हैं और संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा में उन्होंने सफलता हासिल कर अपने परिवार, गांव और जिले को गौरवान्वित होने का अवसर दिया है।
बिहार की सांस्कृतिक राजधानी दरभंगा के माउंबेहट गांव में बड़े ही धूमधाम से जन्माष्टमी का त्योहार मनाया गया। तीन दिन के इस पूजनोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतिभाशाली बच्चों के बीच पुरस्कार का वितरण भी किया गया। इस मौके पर इसी गांव के निवासी आईपीएस (2022) ऑफ़िसर आशीष ठाकुर ने धीरेंद्र ठाकुर मेमोरियल अवार्ड से छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया।
पुरस्कार प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं में इसी गांव के हाईस्कूल से मैट्रिक परीक्षा में सफलता हासिल करने वाले टॉप-3 और टॉप-4 छात्र-छात्राएं शामिल हैं। आशीष ठाकुर ने प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले के 25000, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले को 15000 और तीसरे स्थान प्राप्त करने वाले को 10000 की राशि से सम्मानित किया।
आशीष ठाकुर ने छात्रों को सफलता का मंत्र भी दिया। उन्होंने छात्रों से थ्री-सी को अपने जीवन में आत्मसात करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इस फॉर्मूले पर एक गरीब से गरीब परिवेश में पला-बढ़ा बच्चा सफलता को आसानी से हासिल कर सकता है। आपको बता दें कि आशीष खुद एक किसान परिवार से आते हैं और संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा में उन्होंने सफलता हासिल कर अपने परिवार को गौरवान्वित होने का अवसर दिया है।
इसके अलावा इसी कार्यक्रम के दौरान सीबीआई के पूर्व एडिशनल डायरेक्टर रहे दिवंगत राजेंद्र मिश्र की स्मृति में भी छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। इसी स्कूल के टॉप दो छात्र और दो छात्राओं को उनके बेटे नवीन मिश्र ने शील्ड, प्रशस्ति पत्र आर आर्थिक रूप से पुरस्कृत किया। स्व राजेंद्र मिश्र स्मृति शिक्षा पुरस्कार से बीते क़रीब एक दशक से बच्चों को पुरस्कृत किया जा रहा है।