भागलपुर के घोघा से लापता दो युवकों में एक का शव गंगा घाट पर बरामद हुआ है. पिछले दिनों अचानक लापता हुए दोनों युवकों की हत्या की आशंका परिजनों को शुरू से थी. दूसरा युवक लापता ही है

भागलपुर के घोघा थाना क्षेत्र के शाहपुर गांव के लापता दो युवकों में एक नीरज कुमार मंडल का शव गुरुवार को बरामद किया गया. कहलगांव में गंगा घाट से शव बरामद किया गया. मृतक का दोनों पैर रस्सी से बंधा हुआ था और पेट और सिर फटा हुआ मिला. घरवालों की आशंका सच साबित हुई कि नीरज का अपहरण करके उसकी हत्या कर दी गयी. वहीं दूसरे किशोर गोविंद कुमार का अभी भी कुछ पता नहीं चल सका है.

12 अगस्त की रात से लापता दोनों युवक

शाहपुर गांव के युवक नीरज कुमार मंडल और किशोर गोविंद कुमार पिछले 12 अगस्त की रात से लापता थे. परिजनों ने उनके अपहरण का मामला दर्ज कराया था. दोनों के लापता होने के बाद परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश था. सभी विरोध जताने सड़क पर उतर चुके थे. दोनों घरों में मातम पसरा हुआ रहा. काफी मशक्कत के बाद भी पुलिस के हाथ खाली ही रहे थे.

एसएसपी व सिटी एसपी ने भी किया कैंप

मामला गरमाया तो भागलपुर के एसएसपी बाबू राम व सिटी एसपी स्वर्ण प्रभात भी सोमवार व मंगलवार को घोघा थाना में कैंप किया. पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही थी इस बीच एक युवक का अब शव बरामद किया गया है. युवकों के हत्या कर गंगा में फेंक देने की आशंका शुरू से थी. एसडीआरएफ की टीम ने गंगा में भी दोनों की तलाश लगातार की थी.

सच साबित हुई परिजनों को आशंका

नीरज व गोविंद के परिवारवालों का आरोप है कि आमापुर त्रिमुहान की नीरज की पूर्व प्रेमिका के माता-पिता, उसके पति और भाइयों ने मिलकर दोनों को मारकर गंगा में बहा दिया. नीरज व गोविंद के पिता ने घोघा थाना में आवेदन देकर नीरज की कथित पूर्व प्रेमिका, उसके पिता महेंद्र मंडल, उसके तीन भाइयों, पति किशोर मंडल के अलावा अशोक मंडल व अन्य के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया है. बताया कि नीरज को फोन करके लड़की ने मिलने बुलाया और तब से वो लापता है. पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह दबिश दे रही है.

परिजनों में कोहराम

नीरज की मां मीना देवी घर में बेसुध पड़ी है. नीरज तीन भाइयों में सबसे छोटा था, इसलिए वह माता-पिता का सबसे दुलारा भी था. वह एसएसवी कॉलेज में पार्ट थ्री का छात्र था. माता-पिता की मदद के लिए वह कभी-कभी ड्राइविंग का काम भी करता था. बेटे के लापता होने के बाद नीरज की मां को जब होश आता तो वह बेटे को खोजने लगती थी. वह काफी देर तक बेहोश रहती. शव मिलने की सूचना से घर में मातम पसरा है. वहीं छह बहनों व दो भाइयों में बड़े गोविंद की मां पुरनी देवी भी दिन रात रो रही है. नीरज का शव बरामद होने के बाद अब और अधिक भय सबों को सताने लगा है.

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