लोजपा (रामविलास) ने विधान परिषद चुनाव कुछ सीटों पर अकेले लड़ने का फैसला लिया है. बिहार संसदीय बोर्ड और प्रदेश इकाई के सुझावों के मद्देनजर लोजपा (रामविलास) केंद्रीय नेतृत्व ने यह फैसला लिया है. संभावित प्रत्याशियों की सूची बहुत जल्द ही जारी की जाएगी. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के श्रीकृष्णापुरी स्थित कार्यालय में बुधवार को लोजपा (R) के प्रदेश कार्यकारिणी एवं बिहार संसदीय बोर्ड की संयुक्त बैठक हुई.
प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में सर्वसम्मति से बिहार विधान परिषद स्थानीय निकाय क्षेत्र का चुनाव अकेले लड़ने का फैसला लिया गया. इस मौके पर संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हुलास पांडेय भी मौजूद थे.
इधर, बिहार विधान परिषद के 24 सीटों के लिए होने वाले चुनाव को लेकर राज्य की राजनीति गरम है।कुछ दिन पहले जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने बीजेपी को 50-50 के फार्मूला पर सीट बंटवारे की मांग की थी. उपेन्द्र कुशवाहा के बयान पर बीजेपी नेताओं ने सधी हुई प्रतिक्रिया दी थी.
अब एनडीए की सहयोगी और पूर्व सीएम जीतनराम मांझी की पार्टी हम ने दो सीटों पर अपनी दावेदारी कर दी है.पार्टी के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने मीडिया में बयान जारी करते हुए कहा है कि विधान परिषद की 24 सीटों में गया और सीतामढ़ी 2 सीटों पर उनकी पार्टी चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है ,और इसके लिए उनकी पार्टी ने एनडीए के घटक दलों के नेताओं के समक्ष अपनी बात रख दी है।
दानिश रिजवान ने कहा कि एनडीए में औपचारिक रूप से सभी 24 सीटों पर बंटवारा नहीं हो पाया है जो चिंता का बिषय है पर उनकी पार्टी को उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले पर एनडीए के घटक दलों के बीच फैसला हो जाएगा और हम पार्टी को गया एवं सीतामढी से प्रत्याशी उतारने का मौका दिया जाएगा.अब देखना है कि हम पार्टी के नेता के इस मांग पर सहयोगी जेडीयू और भाजपा किस तरह की प्रतिक्रिया देती है.
गौरतलब है कि एमएलसी के के 24 सीटों के लिए होने वाले चुनाव को लेकर महागठबंधन के सहयोगी दल के बीच भी खीचतान चल रही है और आरजेडी के साथ ही कांग्रेस के नेताओं ने ज्यादा से ज्यादा सीट पर प्रत्याशी उतारने की दावेदारी की है.आरजेडी ने कई संभावित प्रत्याशी को चुनाव तैयारी की हरी झंडी इंटरनली दे चुकी है पर औपचारिक रूप से कांग्रेस और आरजेडी के बीच सीटों का आपसी तालमेल अभी तक नहीं हो पाया है.