गोपालपुर:_ सैदपुर के दुर्गास्थान में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से आयोजित हरि कथा के चौथे दिन बुधवार को आशुतोष महाराज की शिष्या साध्वी अमृता भारती ने मीराबाई की जीवन गाथा पर प्रकाश डालते हुए कहा
मीराबाई आंसू और आग का संगम थी
मीराबाई ने न केवल भक्ति की पराकाष्ठा को छुआ अपितु संसार के समक्ष प्रभु प्राप्ति के ऐसे सत्य को उजागर किया
जिसमें मानव समाज के अनभिज्ञ था
उन्होंने परंपराओं के नाम पर पशु बलि प्रथा का घोर विरोध किया
समाज ने उनका विरोध किया लेकिन परवाह किए बगैर वे आगे बढ़ती रही
स्वामी यादवेंद्रनंद जी ने भी मीराबाई के चरित्र चित्रण किया