नालंदा में सात वर्षीय बच्चा एक हफ्ते से लापता था. पुलिस में शिकायत के बाद जांच शुरू की गई लेकिन बच्चे का कोई सुराग हाथ नहीं लगा. इसी बीच आवारा कुत्ते एक बच्चे का शव को नोच खरोच करते पाए गए. जांच में पता चला कि शव उसी लापता बच्चे का है. ऐसे में पुलिस की कार्यशैली को लेकर मृतक के परिजन और स्थानीय लोग सवाल उठा रहे हैं.
नालंदा: बिहार के नालंदा के दीपनगर थान में एक सात वर्षीय बच्चे के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई गई थी. लापता होने के एक हफ्ते बाद भी पुलिस बच्चे को खोज नहीं सकी. अचानक उसके शव मिलने की सूचना से आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया. शव को नदी किनारे आवारा कुत्ता दांत में खींचकर ले जा रहा था. जिसे एक स्थानीय ग्रामीण ने देखा और कुत्ते को वहां से भगाया. इसके बाद घटना की सूचना गांव के लोगों को दी. ये मामला बिजवन गांव के पावापुरी हाल्ट का है.
अपहरण कर हत्या की आशंका: जानकारी के मुताबिक दीपनगर थाना क्षेत्र के बिजवन गांव से एक हफ्ते पहले सात वर्षीय बच्चा लापता हो गया था. अचानक उसके शव मिलने से आसपास के इलाके में दहशत का माहौल बन गया. मृत बच्चे की पहचान अंकित कुमार (7) पिता विनोद कुमार के रूप में हुई है. बच्चे के परिजनों का आरोप है कि अपहरण कर उसकी हत्या की गई है. वहीं पुलिस की कार्यशैली को लेकर भी परिजनों ने सवाल खड़ा किया है. उनका कहना है कि यदि समय पर सही कार्रवाई होती तो ऐसा नहीं होता.
पूरा तरह से सड़ चुका है शव: गांव से थोड़ी दूर पावापुरी हाल्ट के पास नदी किनारे एक कुत्ता दांत से खींचकर कुछ ले जा रहा था. उसी समय एक स्थानीय की नजर कुत्ते पर पड़ी. उसने पास जाकर देखा तो एक सड़ा हुआ शव था. उसने कुत्ते को वहां से भागा दिया और घटना की सूचना दूसरे लोगों को दी. इधर घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की तो पता चला कि बरामद शव उसी बच्चे का है. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया.
ऐसे हुआ था बच्चा घर से गायब: मृत सात वर्षीय बच्चा अंकित करीब एक हफ्ता पहले अपने घर से दुकान कॉपी-कलम लेने गया था. लेकिन काफी देर बाद भी वह अपने घर नहीं लौटा तो उसके परिजन खोजबीन में जुट गए. काफी तलाश के बाद भी बच्चे का कुछ पता नहीं चला. इसके बाद बच्चे की लापता होने की शिकायत थाने में कराई गई. जांच में जुटी पुलिस को लापता बच्चे का कोई सुराग नहीं मिला. इस पूरे मामले को लेकर दीपनगर थानाध्यक्ष मो मुश्ताक ने कुछ भी बताने से परहेज कर दिया है. फिलहाल मामले की जांच चल रही है.