बड़ी खबर झारखंड के रांची से है जहां तुपुदाना के हुलहुंदु में वाहन चेकिंग के दौरान वाहन ने महिला दरोगा को रौंद दिया. इस घटना में 2018 बैच की महिला दारोगा संध्या टोपनो की सड़क पर ही मृत्य हो गई. जानकारी के मुताबिक जिस वाहन ने महिला एसआई को रौंदा है उसमें पशु तस्करी की जा रही थी. इसी बीच जब सिमडेगा से फरार वाहन को पुलिस ने पकड़ने की कोशिश की तो चालक ने महिला एसआई के उपर ही गाड़ी चढ़ा दी. घटनास्थल पर जहां महिला दारोगा की मौत हो गई वहीं करीब आधे किलोमीटर तक खून पसरा हुआ मिला.
जानकारी के मुताबिक पशु तस्करी कर ले जाये जा रहे इस गाड़ी की खूंटी और बसिया पुलिस भी पीछा कर रही थी. इसी दरम्यान भागने के क्रम में ही गाड़ी एसआई संध्या टोपनो को कुचल दिया और फरार हो गया. ताजा जानकारी के मुताबिक वाहन चालक को पुलिस ने दबोच लिया है और फिलहाल उससे पूछताछ हो रही है. 2018 बैच की एसआई संध्या टोपनो तुपुदाना थाने में पदस्थापित थी. वह अहले सुबह पुलिस वाहन चेकिंग अभियान चला रही थी, इसी दौरान ये घटना हुई.
बुधवार को रांची में हुई ये घटना अहले सुबह करीब तीन से चार बजे के बीच की है. मृतक एसआई संध्या की बड़ी बहन सीमा इस घटना से काफी आहत हैं. उन्होंने कहा कि महिला पुलिसकर्मी की रात में सेंसिटिव इलाके में ड्यूटी लगाना कहां से जरूरी था. क्यों सिपाही की ड्यूटी एक एसआई से करवाई गई. क्या महिला कर्मी अभी शहर में भी सुरक्षित नहीं हैं. इस घटना के बाद से मृतक के परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है.
रांची SSP किशोर कौशल ने बताया कि वाहन उड़ीसा से चला था और सिमडेगा खूंटी होते हुए रांची जिले मे दाखिल हुआ था जिसकी सूचना पर महिला दारोगा को तुपुदाना ओपी इलाके में प्रतिनियुक्त किया गया था लेकिन तेज रफ्तार से आ रही पिकअप वैन पेट्रोलिंग गाड़ी को भी धक्का मार फरार हो गई. जिसके बाद महिला दारोगा को अस्पताल ले जाया गया लेकिन अस्पताल पहुंचने के दौरान ही उनकी मौत हो गई. मामले मे फिलहाल आरोपी को गिरफ्तार किया गया है जिससे पूछताछ की जा रही है.
रांची एसएपी ने बताया कि पशु तस्कर से जो भी जनकारी मिलेगी उस आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. जानकारी के अनुसार आरोपी का नाम निसार खान है और उसने कई जगहों पर पुलिस की बैरिकेडिंग को भी तोड़ दिया था. संध्या रांची की तेजतर्रार महिला सब इंस्पेक्टर मानी जाती थीं. पढ़ने लिखने में तेज संध्या ने एमबीए की पढ़ाई भी की थी लेकिन शुरू से पुलिस फोर्स ज्वाइन करने की उनकी चाहत थी जिसे उन्होंने पूरा भी किया लेकिन दुर्भाग्यवश अपने कर्तव्य का निर्वहन करते वक़्त उन्होंने अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया.