अग्निपथ योजना का विरोध बिहार में जबरदस्त हुआ था. काफी बवाल मचा था. ट्रेनों को निशाना बनाया गया था. बीजेपी नेताओं पर भी हमला किया गया था. बीजेपी कार्यालयों को भी जलाया गया था. कई लोगों की गिरफ्तारी भी हुई. अब अग्निपथ योजना में जाति को लेकर विवाद भी शुरू हो गया है. राजनीति जारी है.

पटना : अग्निपथ योजना का विवादों से नाता समाप्त नहीं हो रहा है. अब इस योजना में जाति प्रमाण पत्र मांगे जाने को लेकर विवाद शुरू हो गया है. सबसे पहले बिहार से ही इसको लेकर आवाज उठी है. बिहार में बीजेपी की सहयोगी जेडीयू के संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट कर राजनाथ सिंह से जवाब मांगा है. उपेंद्र कुशवाहा के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी ट्वीट कर इस पर सवाल खड़ा किया है. पहले भी अग्निपथ योजना को लेकर आरजेडी और जेडीयू की राय एक रही है. अब एक बार फिर से जाति के मुद्दे पर दोनों के सुर मिल रहे हैं. वैसे बीजेपी का साफ कहना है कि सेना को लेकर किसी तरह का विवाद देश की सुरक्षा के लिए सही नहीं है.

‘तेजस्वी तो कॉपी करते हैं’ : दरअसल, जेडीयू के उपेंद्र कुशवाहा ने राजनाथ सिंह से इस मामले में सफाई मांगी है या अधिकारियों को जवाब देने के लिए कहा है. जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा का कहना है कि जब आरक्षण नहीं दी जा रही है तो फिर जाति के बारे में जानकारी लेना सही नहीं है. इसके बारे में स्पष्टीकरण तो आना ही चाहिए. रही बात तेजस्वी यादव की, तो वह कॉपी करते हैं.

तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा, ”जाति न पूछो साधु की लेकिन जात पूछो फौजी की.” आरजेडी प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि सत्ता के गुमान में केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना लागू किया है जिसका जबरदस्त विरोध हुआ. अब जाति पूछकर हिडेन एजेंडा लागू करने की कोशिश हो रही है. शक्ति यादव ने कहा कि इनका हिडेन एजेंडा है, संविधान को बदलना, झंडा को बदलना. जब आरक्षण नहीं दे रहे हैं तो जाति क्यों पूछ रहे हैं.

सेना को लेकर विवाद सही नहीं : जेडीयू और आरजेडी के जाति को लेकर उठाये गए सवाल पर बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि अग्निपथ योजना के माध्यम से प्रशिक्षित युवा सेना में भी जाएंगे और विभिन्न क्षेत्रों में उन्हें रोजगार मिलेगा. सेना में जाति और धर्म नहीं देखा जाता है. वहां तो देश के प्रति कितना प्रेम है किसका देश के प्रति समर्पण है वह देखा जाता है. सेना को लेकर इस तरह से विवाद सही नहीं है. यह देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ मामला है.

वैसे सवालों को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से अफवाह है. ”मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि यह पूरी तरह से अफवाह है. जो पहले व्यवस्था थी, वही व्यवस्था चली आ रही है. आजादी के पहले से यह व्यवस्था है. इसमें कहीं से भी कोई परिवर्तन नहीं हुआ है. मैं कह रहा हूं.. पुरानी व्यवस्था रही है वही व्यवस्था चली आ रही है, अब इसके आगे मुझे क्लारीफाई करने की जरूरत नहीं है.”- राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री

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