पेट्रोल और डीजल के दाम कम होने से फल और सब्जियों की कीमतों में कमी आ सकती है. इसके अलावा अन्य जरूरी सामान भी सस्ते हो सकते हैं.
सरकार ने शनिवार को आम आदमी को राहत देते हुए पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 8 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 6 रुपये प्रति लीटर की कटौती कर दी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार के इस कदम से पेट्रोल की कीमत में 9.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत में 7 रुपये प्रति लीटर की कमी आएगी. बता दें कि इससे परिवहन लागत में कमी आ सकती है और फल, सब्जियों के दाम नीचे आ सकते हैं.
सीतारमण ने कहा, मैं सभी राज्य सरकारों, विशेषकर उन राज्यों से जहां अंतिम दौर (नवंबर 2021) के दौरान कटौती नहीं की गई थी, कहा चाहती हूं कि आज हुई कटौती को लागू करें और आम आदमी को राहत दें.
सीतारमण ने कहा, हम प्लास्टिक उत्पादों के लिए कच्चे माल पर सीमा शुल्क भी कम कर रहे हैं, जहां हमारी आयात निर्भरता अधिक है. इससे उत्पादों की लागत में कमी आएगी. प्लास्टिक उत्पादों के लिए कच्चे माल पर सीमा शुल्क कम करने के सरकार के कदम से जरूरी वस्तुएं सस्ती हो सकती हैं.
कई परिवार ने बताया, उनके खर्चे बढ़े भारत में खुदरा महंगाई अप्रैल में आठ साल के उच्च स्तर 7.79% पर पहुंच गई. लोकल सर्किल सर्वेक्षण के अनुसार, पिछले तीन महीनों में 10 में से सात परिवारों ने बताया कि उनका महीने का खर्च 10 फीसदी बढ़ गया है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि लगभग 55% परिवार को ये लगता है कि तेल की बढ़ती कीमतों के कारण अगले तीन महीनों में उनके खर्च 10% तक बढ़ जाएंगे.
सिलेंडर 200 रुपये सस्ता, उज्ज्वला लाभार्थियों को लाभ वित्त मंत्री ने शनिवार को घोषणा की कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के नौ करोड़ से अधिक लाभार्थियों को अब 200 रुपये प्रति सिलेंडर (12 सिलेंडर तक) सब्सिडी दी जाएगी. इससे सालाना करीब 6100 करोड़ रुपये का राजस्व प्रभावित होगा.
सीमेंट की कीमतें भी होंगी कम वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सीमेंट की लागत को कम करने के लिए बेहतर लॉजिस्टिक्स का सहारा लिया जा रहा है. सीमेंट की उपलब्धता सुधारने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि स्टील के कुछ कच्चे माल पर भी आयात शुल्क को घटाया जाएगा. कुछ स्टील उत्पादों पर निर्यात शुल्क लगाया जाएगा.