मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश की महत्वकांक्षी गंगाजल उद्वह योजना का मोतनाजे और गया में निरीक्षण किया। नवादा जिले के नारदीगंज स्थित डोहडा पंचायत के मोतनाजे पहुंचकर सीएम ने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और नालंदा जिले में राजगीर रिजर्वायर का निरीक्षण किया।
बता दें कि नवादा जिले के मोतनाजे में 27 एकड़ भूमि को अधिग्रहित कर वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट एवं घोड़ा कटोरा जल संचय केंद्र का जायजा लिया। जल संचयन के लिए कुल 350 एकड़ भूमि अधिग्रहित की गई है। इस पूरे परियोजना पर ₹2600 करोड़ खर्च हो रहा है।
घोड़ाकटोरा पहुंच चुका है गंगाजल।
15 मई को ट्रायल रन सफल रहने के बाद अधिकारियों व कर्मियों का उत्साह चरम पर है। मोकामा से गिरियक के घोड़ाकटोरा में बना जलाशय में गंगाजल पहुंच चुका है। अब राजगीर, गया, बोधगया और नवादा के घरों में गंगाजल पहुंचना बाकी है।
मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यहां पानी को ट्रीटमेंट कर घरों तक पहुंचाया जाएगा ताकि लोगों को शुद्ध जल पीने के लिए मिल सके। साल के 4 महीने बरसात के दिनों में यहां गंगा से पानी लाया जाएगा, जिसके बाद इसे जल संचय में स्टोर कर घरों तक पीने का शुद्ध पानी मुहैया कराया जाएगा। सीएम के समक्ष गंगा के पानी का ट्रायल किया गया, जिसे देखकर मुख्यमंत्री काफी प्रसन्न हुए।