आफत की बारिश झेल रहे असम में हजारों लोग परेशान हैं. पिछले 48 घंटों से हो रही बारिश के कारण राज्य के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालत बने हुए हैं. तेज बारिश और जल जमाव के कारण सड़क और रेल मार्गों पर कई जगह जलजमाव हुआ है जिससे वाहनों और ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है.  तेज बारिश के कारण एक ट्रेन पानी में फंस गयी जिसके बाद ट्रेन में बैठे यात्रियों की जान पर बन आयी. भारी बारिश के कारण ट्रेन के फंसे होने के बाद भारतीय वायु सेना ने सिलचर-गुवाहाटी एक्सप्रेस के 119 यात्रियों को बचाया. सिलचर-गुवाहाटी ट्रेन कछार इलाके में फंसी हुई थी. बाढ़ के पानी के कारण ट्रेन न तो आगे बढ़ पा रही थी और न ही पीछे. चारों चरफ केवल पानी ही पानी था.

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने कहा कि न्यू कुंजंग, फियांगपुई, मौलहोई, नामजुरंग, दक्षिण बगेतार, महादेव टिल्ला, कालीबाड़ी, उत्तरी बगेतार, सिय्योन और लोदी पंगमौल गांवों से भूस्खलन की सूचना मिली है, जहां करीब 80 घर बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. एएसडीएमए ने कहा, “जटिंगा-हरंगाजाओ और माहूर-फाइडिंग में रेलवे लाइन भूस्खलन के कारण अवरुद्ध हो गई थी. गेरेमलाम्ब्रा गांव में माईबांग सुरंग तक पहुंचने से पहले, भूस्खलन के कारण सड़क अवरुद्ध होने की संभावना है.

असम के दीमा हसाओ जिले में भूस्खलन में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई. एक आधिकारिक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई. एएसडीएमए ने कहा कि न्यू कुंजंग, फियांगपुई, मौलहोई, नामजुरंग, दक्षिण बगेतार, महादेव टीला, कालीबाड़ी, उत्तरी बगेतार, सिय्योन और लोदी पंगमौल गांवों से भूस्खलन की सूचना मिली है. यहां करीब 80 घर बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. 

एएसडीएमए ने आगे कहा कि असम के पांच जिलों में बाढ़ से लगभग 25,000 लोग प्रभावित हैं. सबसे बुरी तरह कछार क्षेत्र प्रभावित है, जिसमें 21,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. इसके बाद कार्बी आंगलोंग पश्चिम में लगभग 2,000 पीड़ित हैं और धेमाजी में 600 से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. दो जिलों में स्थापित कुल दस राहत शिविरों और वितरण केंद्रों में कम से कम 227 लोग शरण ले रहे हैं. एएसडीएमए ने अगले 12-72 घंटों के लिए कछार, करीमगंज, धेमाजी, मोरीगांव और नगांव जिलों के लिए बाढ़ का अलर्ट जारी किया है.

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