एसएम कॉलेज रोड में ओम न्यूरो सेंटर चलाने वाले डॉ. विकास शर्मा को बदमाशों ने जिस लिफाफे में चिट्ठी भेजी, उसमें प्रेषक में नाम रजनीश यादव और पता तिनटंगा, गोपालपुर लिखा है। नाम-पता के साथ एक फोन नंबर भी है, जिसका लोकेशन कटिहार बताया जा रहा है। पुलिस का कहना है, मामले को भटकाने के लिए रजनीश यादव का नाम, पता और मोबाइल नंबर लिखा है।
5 जनवरी को आरएमएस से भेजी थी चिट्ठी
पुलिस की जांच में आया है कि बदमाश ने 5 जनवरी की रात 8.21 बजे भागलपुर आरएमएस के काउंटर-1 से चिट्ठी की रजिस्ट्री की थी। यह 6 जनवरी की दोपहर डॉक्टर के क्लीनिक में मिली। चिट्ठी भेजने वाले का पता लगाने के लिए बरारी पुलिस स्टेशन के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की जांच कर रही है। स्टेशन में प्रवेश करने वाले तीनों रास्तों पर लगे कैमरे का भी फुटेज खंगाला जा रहा है। हालांकि अब तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है।
केस में एक दिन देरी, एसएसपी ने थानेदार की लगाई क्लास
रंगदारी की चिट्ठी मिलने के बाद डॉ. विकास शर्मा ने जानकारी बरारी थानेदार अमित कुमार को दी। लेकिन पीड़ित के लिखित आवेदन न दिए जाने से पुलिस ने भी जांच शुरू नहीं की। शुक्रवार को डॉ. विकास एसएसपी बाबू राम से मिले और उन्हें पूरी जानकारी दी। केस दर्ज करने में एक दिन देरी पर एसएसपी ने बरारी थानेदार अमित कुमार की क्लास लगाई।
ये लिखा है धमकी से भरी चिट्ठी में
मेरे आदमी को गलत दवा दे दी…वो मर गया। मेरा दाहिना हाथ तुमने खत्म कर दिया। अपनी जान और परिवार प्यारा है तो 50 लाख रुपए तेतरी दुर्गा मंदिर, नाश्ते की दुकान के पास 25 जनवरी को दिन में 11 से 3 बजे के बीच पहुंचा देना। वहां काले रंग की फॉर्च्यूनर खड़ी रहेगी, उसी में पैसा पहुंचाना… दिमाग लगाया या प्रशासन को बताया तो समझ लेना… आगे तुम्हारी इच्छा।