सरकारी स्कूल के विद्यार्थी भी अब बाल वैज्ञानिक बनकर जापान की सैर करेंगे। सूबे के पांच सरकारी स्कूलों के छह बाल वैज्ञानिकों का चयन सकुरा विज्ञान एक्सचेंज (विनिमय) कार्यक्रम के तहत किया गया है।

ये सभी विभिन्न उच्च माध्यमिक स्कूल के 11वीं और 12वीं के विद्यार्थी हैं। इन सभी छात्र-छात्राओं को दिसंबर में जापान ले जाया जाएगा।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने बुधवार को इसकी जानकारी सभी छात्रों को दी। देशभर से 60 बाल वैज्ञानिकों का चयन किया गया है।

चयन के लिए मैट्रिक के अंक और विज्ञान प्रतियोगिता में छात्रों की अलग-अलग उपलब्धि को देखा जाता है। पहली बार बिहार के सरकारी स्कूल के छात्रों को इसमें शामिल होने का मौका मिला है। अब तक इसमें ज्यादातर निजी स्कूल के छात्र ही चयनित होते थे।

राष्ट्रीय स्तर पर विजेता

ये सभी विद्यार्थी इंस्पायर से लेकर चिल्ड्रेन साइंस कांग्रेस व कई विज्ञान प्रतियोगिताओं में राष्ट्रीय स्तर पर विजेता रहे हैं।

निर्जला कुमारी ने ऑटोमेटिक चलनी बनाकर इंस्पायर में टॉप-दस में जगह बनाई थी। वहीं, मुस्कान ने ऑटोमेटिक ड्रेनेज सिस्टम का मॉडल बनाकर इंस्पायर में टॉप-पांच में जगह बनाई थी।

सात देशों भारत, इंडोनेशिया, मलेशिया, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड और वियतनाम के साथ जापान विज्ञान विनिमय कार्यक्रम चलाता है।

चयनित छात्रों को एक माह तक सकुरा साइंस क्लब की गतिविधियों से परिचय करवाया जाता है।

इन विद्यार्थियों का हुआ चयन

1. मो. रुमान अशरफ, प्लस टू इस्लामिया हाई स्कूल, शेखपुरा

2 . सुधांशु कुमार, पटना कॉलेजिएट स्कूल, पटना

3 . अभिषेक कुमार चौधरी, पटना कॉलेजिएट स्कूल, पटना

4 . निर्जला कुमारी, महादेव हाई स्कूल खुशरुपुर, पटना

5 . सानिया कुमारी, प्रोजेक्ट गर्ल्स इंटर स्कूल रजौली, नवादा

6 . मुस्कान कुमारी, टीएस कॉलेज हिसुआ, नवादा

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