तेतरी दुर्गा मंदिर परिसर में तीसरे निशुल्क सामूहिक विवाह महोत्सव का भव्य आयोजन संपन्न हुआ। इस आयोजन में समाज के 25 जोड़ों ने एक-दूसरे का जीवनसाथी बनकर नवजीवन की शुरुआत की। यह आयोजन सामाजिक समरसता, सेवा और परोपकार की प्रेरणा का जीवंत उदाहरण बना। निर्धन, निसहाय, विकलांग और वंचित वर्गों के युवाओं को विवाह जैसे महत्वपूर्ण संस्कार से जोड़कर समाज में सकारात्मक संदेश दिया गया।

आयोजन समिति द्वारा विवाह की सभी तैयारियां अत्यंत सुनियोजित ढंग से की गई थीं। वर-वधुओं के लिए वस्त्र, शृंगार, भोजन, पंडितों की व्यवस्था, मंत्रोच्चार, वेदियों का निर्माण, पवित्र अग्नि, कन्यादान और विवाह की सभी वैदिक विधियां पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ संपन्न कराई गईं। इसके साथ ही वर-वधु के परिवारों के लिए भोजन और ठहरने की भी समुचित व्यवस्था की गई थी। समारोह में दुल्हनों के लिए सुंदर परिधान, आभूषण और शृंगार सामग्री उपलब्ध कराई गई, जिससे हर दुल्हन के चेहरे पर आत्मविश्वास और खुशी झलक रही थी।

समारोह में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों, गणमान्य नागरिकों और मंदिर समिति के सदस्यों की उपस्थिति से आयोजन की गरिमा और बढ़ गई। सभी ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। विवाह के बाद विदाई भी परंपरागत रीति से भावुक वातावरण में संपन्न हुई, जिसमें कन्याओं को उपहार स्वरूप उपयोगी वस्तुएं भेंट की गईं, जिससे उन्हें नए जीवन की शुरुआत में सहूलियत हो सके।

इस अवसर पर मंदिर समिति के प्रमुख सदस्यों ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य समाज के उन वर्गों को मुख्यधारा से जोड़ना है, जो आर्थिक या सामाजिक कारणों से विवाह जैसे संस्कार से वंचित रह जाते हैं। समिति ने यह भी संकल्प लिया कि भविष्य में ऐसे आयोजन हर वर्ष आयोजित किए जाएंगे और अधिक से अधिक जरूरतमंद परिवारों तक सहायता पहुंचाई जाएगी।

सामूहिक विवाह महोत्सव न केवल आर्थिक रूप से सहायक सिद्ध हुआ, बल्कि सामाजिक समरसता, जातीय सौहार्द और एकता का भी संदेश लेकर आया। इस आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया कि जब समाज साथ चलता है, तो हर कठिनाई आसान हो जाती है। तेतरी दुर्गा मंदिर परिसर में गूंजते वैदिक मंत्र, मंगल गीत और उत्सव का उल्लास इस पुनीत कार्य की सफलता की गवाही देते रहे।

इस आयोजन की प्रशंसा न केवल स्थानीय स्तर पर हुई, बल्कि अन्य क्षेत्रों से आए अतिथियों ने भी इसकी सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समाज में सकारात्मक परिवर्तन का आधार बन सकते हैं।

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