बिहार की राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ में पुलिस ने दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आईबी की सूचना पर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने और एक समुदाय विशेष के लोगों को आतंकी प्रशिक्षण देने वाले पीएफआई (पोपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) और एसडीपीआई (सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया) के सदस्य मोहम्मद जलालुद्दीन और पटना के गांधी मैदान ब्लास्ट कांड के आरोपी के सगे भाई अतहर परवेज को गिरफ्तार किया है. इन दोनों से एनआईए और एटीएस की टीम ने पूछताछ की है.
फुलवारी शरीफ के एएसपी मनीष कुमार सिन्हा ने बताया कि आईबी की सूचना के आधार पर बीते 11 जुलाई को नया टोला नहर पर स्थित मोहम्मद जलालुद्दीन के मकान अहमद पैलेस पर छापेमारी कर उसको और अतहर परवेज को गिरफ्तार किया गया है. यह दोनों पूर्व में प्रतिबंधित संगठन सिमी के सदस्य थे और वर्तमान में पीएफआई और एसडीपीआई के सक्रिय सदस्य हैं. यह दोनों संगठन की आड़ में यहां देश विरोधी बैठकें करते थे जिसमें राष्ट्रीय स्तर, राज्य स्तरीय, जिला स्तरीय के पीएफआई और एसडीपीआई के सदस्य हिस्सा लेते थे. इन बैठकों में शामिल होने वालों के दिल और दिमाग में सांप्रदायिकता और देश विरोधी जहर भरने का काम किया जाता था.
एएसपी ने बताया कि गिरफ्तार मो. जलालुद्दीन झारखंड पुलिस का रिटार्यड सब-इंस्पेक्टर है. छह और सात जुलाई को मोहम्मद जलालुद्दीन के मकान स्थित पीएफआई और एसडीपीआई के कार्यालय में मार्शल आर्ट और शारीरिक शिक्षा के नाम पर देश विरोधी अस्त्र-शस्त्रों की ट्रेनिंग देने एवं धार्मिक उन्माद फैलाने और आतंकवादी गतिविधि कारित करने की बात सामने आयी है. पुलिस ने यहां से पीएफआई और एसडीपीआई के पंपलेट, बुकलेट और गुप्त दस्तावेज जिसमें वर्ष 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिए मुहिम चलाने से संबंधित दस्तावेज मिशन- 2047 बरामद किया है.