बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ सहरसा के जिला अध्यक्ष -सह- राज्य सचिव श्री निरंजन कुमार की अध्यक्षता में संघर्ष दिवस की 17वीं वर्षगांठ पे संकल्प सभा का आयोजन किया गया, जिनका उद्घाटन जिला शिक्षा पदाधिकारी .मो०हबीबुल्लाह बीईओ सत्य प्रकाश सिंह बीडीओ सुनीता निरंजन कुमार प्रखंड अध्यक्ष संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी .मो०हबीबुल्लाह ने
कहा कि यहां के जो संग हैं वह काफी अच्छे ढंग से कार्य कर रहे हैं हम लोग खुद उनके संपर्क में रहते हैं और समस्या के समाधान के लिए तत्पर रहे हैं वही शिक्षक संघ जिला अध्यक्ष निरंजन कुमार ने कहा कि 24 दिसंबर 2005 नियोजित शिक्षकों के लिए एक काला दिन था संघ और शिक्षक के उसी संघर्ष और आंदोलन के बदौलत ही 11 माह का नियोजन खत्म कर शिक्षामित्र के कलंक से मुक्ति मिली एवं 1500 रुपये मासिक मानदेय से छुटकारा मिला। आंदोलन की धार से घबराकर सरकार ने 60 वर्ष की नौकरी पक्की की, ₹4 हजार का मासिक मानदेय, शिक्षामित्र का नाम हटाकर पंचायत शिक्षक, प्रखंड शिक्षक एवं शिक्षक का नया नाम दिया गया। प्रखंड अध्यक्ष सुदर्शन कुमार गौतम ने कहा कि जब तक शिक्षकों को समान काम समान वेतन, पुरानी पेंशन, स्थानांतरण,प्रोन्नति का लाभ नहीं मिल जाता तब तक ये संघर्ष लगातार चलता रहेगा। संकल्प सभा में जिला कमिटी के सचिव अमीन अकबर,उपाध्यक्ष अमित कुमार, कोषाध्यक्ष सूर्यनारायण कुमार अमरेंद्र कुमार,अब्दुल बाकी रहमानी, कहरा प्रखण्ड अध्यक्ष राजीव कुमार रंजन, महिषी अध्यक्ष प्रवीण कुमार,सोनवर्षा अध्यक्ष अरविंद कुमार,सिमरी बख्तियारपुर अध्यक्ष संजय कुमार सुमन, सलखुआ अध्यक्ष सुदर्शन कुमार गौतम, पतरघट अध्यक्ष नूतन सिंह, बनमा अध्यक्ष दिग्विजय कुमार, नौहट्टा अध्यक्ष बिंदु कुमार पन्ना,सौर बाजार अध्यक्ष नवल कुमार साह, सत्तर कटैया अध्यक्ष बौआ रजक, कहरा नगर अध्यक्ष सरफ़राज़ अहमद, सिमरी नगर अध्यक्ष अफ़रोज़ आलम, वजी अहमद तब्बसुर सहित सभी संघीय पदाधिकारीगण और विभिन्न प्रखण्ड के सैकड़ों शिक्षक शिक्षिकाओं ने सेमिनार में शिरकत करते हुए समान काम समान वेतन और पुरानी पेंशन पे अपनी अपनी राय और सुझाव दिए।सेवानिवृत नियोजित शिक्षकों एवं मृत शिक्षकों के परिजनों को पाग, चादर और माला से सम्मानित किया गया।