बिहार के गया जंक्शन पर रेल पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। जीआरपी ने हावड़ा-कालका मेल (12311 अप) ट्रेन से करीब 2.5 करोड़ रुपये मूल्य का लगभग 2 किलोग्राम सोना बरामद किया है। यह सोना बिस्किट के आकार के कई टुकड़ों में बैग से बरामद हुआ। इस मामले में उत्तर प्रदेश के बलिया निवासी हरिशंकर वर्मा को हिरासत में लिया गया है। रेल पुलिस ने आयकर विभाग को सूचित कर जांच शुरू कर दी है।
रूटीन जांच में हुआ खुलासा
गया जीआरपी थानाध्यक्ष राजेश कुमार सिंह के मुताबिक, यह बरामदगी बुधवार देर रात ट्रेन की रूटीन जांच के दौरान हुई। हावड़ा-कालका मेल के एक कोच में तलाशी के दौरान एक व्यक्ति संदिग्ध हरकत करता नजर आया। जांच में उसके बैग से भारी मात्रा में सोना बरामद हुआ। तत्काल उसे हिरासत में लेकर रेल थाने लाया गया।
सोने का अनुमानित मूल्य 2.5 करोड़
पुलिस सूत्रों के अनुसार, बरामद सोने का वजन करीब 2 किलोग्राम है, जिसकी बाजार कीमत लगभग 2.5 करोड़ रुपये आंकी गई है। यह सोना कोलकाता से कानपुर ले जाया जा रहा था। अब तक की जांच में यह साफ नहीं हो सका है कि यह सोना वैध कारोबार से जुड़ा है या तस्करी के नेटवर्क का हिस्सा है।
यूपी निवासी सोने का कारोबारी हिरासत में
हिरासत में लिए गए हरिशंकर वर्मा ने पूछताछ में बताया कि वह बलिया में ज्वेलरी की दुकान चलाता है। प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस को शक है कि वह अवैध सोने के कारोबार से जुड़ा हो सकता है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि वर्मा अकेले इस काम में शामिल था या किसी बड़े गिरोह का हिस्सा है।
आयकर विभाग भी जांच में शामिल
बरामदगी की जानकारी मिलते ही जीआरपी ने आयकर विभाग को सूचना दी। फिलहाल दोनों एजेंसियां मिलकर यह पता लगाने में जुटी हैं कि सोना कहां से आया और किसे पहुंचाया जाना था। आयकर विभाग सोने की वैधता और कारोबारी के वित्तीय रिकॉर्ड की जांच कर रहा है।
पुलिस का बयान
जीआरपी थानाध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने कहा —
> “रेल पुलिस और आयकर विभाग संयुक्त रूप से जांच कर रहे हैं। सोने की तस्करी के पीछे के नेटवर्क और अन्य संलिप्त लोगों की पहचान के लिए गहन छानबीन की जा रही है। इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी ताकि रेलवे मार्ग से तस्करी पर रोक लगाई जा सके।”
सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट
घटना के बाद रेलवे स्टेशन और ट्रेनों में सुरक्षा जांच और सघन कर दी गई है। जीआरपी और आरपीएफ की टीमों ने संवेदनशील मार्गों पर निगरानी बढ़ा दी है ताकि भविष्य में इस तरह की तस्करी की घटनाओं को रोका जा सके।
