नवगछिया जिले के गोपालपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत करचिरा गांव में 12 जून की शाम एक सनसनीखेज वारदात ने इलाके में हड़कंप मचा दिया। मोहम्मद रिजवान नामक युवक को उस समय गोली मार दी गई, जब वह अपने घर के पास मौजूद था। इस घटना से गांव में अफरा-तफरी मच गई और मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए। घायल रिजवान को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही नवगछिया की पुलिस अधीक्षक (एसपी) प्रेरणा कुमार ने मामले को गंभीरता से लिया और घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उनके साथ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) ओमप्रकाश भी मौजूद थे। दोनों अधिकारियों ने मौके पर बारीकी से छानबीन की और फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की टीम को भी बुलाकर साक्ष्य एकत्र करवाए।
एसपी प्रेरणा कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया। इस टीम का नेतृत्व एसडीपीओ ओमप्रकाश को सौंपा गया, जिसमें गोपालपुर, नवगछिया और रंगरा थानों के थानाध्यक्षों के अलावा डीआईयू (डिस्टिक इंटेलिजेंस यूनिट) की टीम को भी शामिल किया गया।
इस टीम ने तुरंत तकनीकी सर्विलांस और स्थानीय स्तर पर मानवीय सूचनाओं को एकत्र करना शुरू किया। घटना के महज एक घंटे के भीतर एसआईटी को बड़ी सफलता मिली। करचिरा गांव के ही निवासी अनिल कुमार राय उर्फ मकरा मंडल, पिता जयप्रकाश मंडल को बहियार इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से हत्या में प्रयुक्त अवैध हथियार, कारतूस और खोखा भी बरामद कर लिया गया।
पूछताछ के दौरान आरोपी अनिल ने पुलिस को चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि उसे संदेह था कि मृतक रिजवान का उसकी पत्नी से अवैध संबंध था। इसी कारण उसने रिजवान की हत्या की योजना बनाई और वारदात को अंजाम दिया। आरोपी के इस इकबालिया बयान के बाद पुलिस ने उसे गोपालपुर थाना कांड संख्या 175/25, धारा 103/3(5) बीएनएस एवं 27 आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
एसपी प्रेरणा कुमार ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि नवगछिया पुलिस अपराध पर अंकुश लगाने के लिए लगातार प्रयासरत है। इस घटना में आरोपी की त्वरित गिरफ्तारी पुलिस की सक्रियता और तत्परता को दर्शाती है। उन्होंने बताया कि आगे की जांच भी गंभीरता से की जा रही है ताकि किसी और की संलिप्तता सामने आए तो उस पर भी कार्रवाई की जा सके।
इस पूरी कार्रवाई में गोपालपुर थानाध्यक्ष की भूमिका सराहनीय रही। साथ ही नवगछिया पुलिस की डीआईयू टीम ने तकनीकी सहयोग देकर आरोपी तक पहुंचने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया।
घटना के बाद करचिरा गांव में शोक की लहर है। ग्रामीणों का कहना है कि रिजवान मिलनसार और शांत स्वभाव का युवक था। किसी को यह उम्मीद नहीं थी कि उस पर इस तरह का आरोप लगेगा और उसकी इतनी निर्मम हत्या होगी। वहीं पुलिस प्रशासन के इस त्वरित एक्शन की ग्रामीणों ने सराहना की है और न्याय की उम्मीद जताई है।
पुलिस अधीक्षक ने आम जनता से अपील की है कि यदि किसी भी व्यक्ति को किसी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि या आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के बारे में जानकारी मिले तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें। उन्होंने कहा कि पुलिस और जनता के सहयोग से ही अपराध पर प्रभावी नियंत्रण संभव है।
इस प्रकार एक बार फिर नवगछिया पुलिस ने एक गंभीर आपराधिक घटना का तेज़ी से उद्भेदन कर न केवल पीड़ित परिवार को राहत दी, बल्कि कानून-व्यवस्था में जनता का विश्वास भी मजबूत किया है।
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