देशभर में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के मामलों ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सभी राज्यों को सतर्क रहने और आवश्यक तैयारियों को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसी कड़ी में बिहार में भी स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सजग हो गया है। राज्य के अलग-अलग जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। सहरसा जिले में विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
सहरसा के **सदर अस्पताल** में कोविड के संभावित मामलों से निपटने के लिए **कोविड वार्ड** बनाया गया है। इसके अलावा अस्पताल परिसर में एक **कोविड जांच काउंटर** खोलने का भी निर्देश दिया गया है, जहां लोगों की जांच की जाएगी और संदिग्ध मामलों की पहचान की जाएगी।
सहरसा के **सिविल सर्जन डॉ. केके मिश्रा** ने जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल जिले में किसी नए कोविड केस की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने एहतियातन पूरी तैयारी कर ली है। उन्होंने कहा, *”घबराने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्क रहना सभी के लिए जरूरी है।”*

डॉ. मिश्रा ने बताया कि अस्पताल में बनाए गए कोविड वार्ड में **10 बेड** तैयार किए गए हैं, जो पूरी तरह से ऑक्सीजन से लैस होंगे। इसके अलावा, अस्पताल की अन्य व्यवस्थाओं को भी दुरुस्त किया जा रहा है ताकि भविष्य में किसी तरह की आपात स्थिति का प्रभावी ढंग से सामना किया जा सके।
सिविल सर्जन ने बताया कि अस्पताल में **ऑक्सीजन प्लांट** को फिर से चालू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह ऑक्सीजन प्लांट **पीएम केयर्स फंड** की मदद से वर्ष 2021 में शुरू हुआ था, लेकिन कुछ महीनों बाद यह तकनीकी कारणों से बंद हो गया था। अब इसे दोबारा चालू करने की दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, *”हमारी कोशिश है कि आने वाले कुछ ही दिनों में यह प्लांट पूरी तरह से सक्रिय हो जाए ताकि किसी भी प्रकार की स्थिति में मरीजों को ऑक्सीजन की कमी न हो।”*
सदर अस्पताल के लगभग **300 बेड** पर ऑक्सीजन की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए तकनीकी टीम दिन-रात काम में लगी हुई है। विभाग यह भी सुनिश्चित कर रहा है कि अस्पताल में जरूरत के अनुसार **पीपीई किट, मास्क, दवाइयां और अन्य आवश्यक उपकरण** भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहें।
सिविल सर्जन ने आम लोगों से अपील की है कि वे स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों का पालन करें और जरूरत पड़ने पर ही अस्पताल आएं। यदि किसी को **बुखार, खांसी, गले में खराश या सांस लेने में परेशानी** जैसी शिकायत हो तो वह तुरंत जांच कराए और खुद को आइसोलेट करे।
डॉ. मिश्रा ने बताया कि जिले में **कोविड टेस्टिंग** की सुविधा को भी बेहतर बनाया जा रहा है। पहले जहां सीमित संख्या में जांच होती थी, अब जरूरत पड़ने पर **दैनिक जांच क्षमता** को बढ़ाया जाएगा। इसके लिए अतिरिक्त स्टाफ को प्रशिक्षित किया जा रहा है और टेस्टिंग किट का भंडारण भी किया जा रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर भविष्य में कोरोना का कोई नया केस सामने आता है, तो सदर अस्पताल में **इलाज की पूरी व्यवस्था** पहले से मौजूद रहेगी। अस्पताल के डॉक्टर, नर्स और अन्य स्वास्थ्यकर्मी अलर्ट पर हैं और किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार हैं।
डॉ. मिश्रा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार जिले की स्थिति पर नजर रखी जा रही है और राज्य स्तर से भी आवश्यक दिशानिर्देश मिल रहे हैं। यदि संक्रमण फैलने की कोई संभावना दिखती है, तो स्कूल, बाजार और सार्वजनिक स्थानों पर भी विशेष निगरानी रखी जाएगी।
उन्होंने यह भी बताया कि जिले के सभी **प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC)** और **सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC)** को भी सतर्क किया गया है और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। वहां पर भी कोविड से संबंधित दवाइयों और ऑक्सीजन की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।
आखिर में, सिविल सर्जन ने जनता से अपील करते हुए कहा, *”हम सभी को मिलकर इस चुनौती से निपटना है। कोरोना से डरने की नहीं, बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है। मास्क पहनें, भीड़ से बचें और हाथों की स्वच्छता बनाए रखें। अगर सभी लोग सहयोग करें, तो हम इस स्थिति को आसानी से संभाल सकते हैं।”*
कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर फिलहाल सरकार और स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। आम जनता से भी अपील की जा रही है कि वे अफवाहों से बचें और केवल **सरकारी सूचनाओं** पर ही भरोसा करें। सतर्कता और सहयोग से ही हम कोरोना जैसी महामारी पर एक बार फिर विजय प्राप्त कर सकते हैं।
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