कटिहार-बरौनी रेलखंड पर स्थित नारायणपुर रेलवे स्टेशन पर शनिवार की सुबह एक महिला यात्री से चेन छिनतई की घटना सामने आई है। घटना सुबह लगभग 11 बजे की है, जब कटिहार निवासी विजय कुमार की पत्नी अहिल्या कुमारी समस्तीपुर-कटिहार मेमू ट्रेन पकड़ने के लिए नारायणपुर स्टेशन पहुंची थीं। बताया जा रहा है कि ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर पहुंचते ही जब वह ट्रेन में चढ़ने लगीं, तभी अचानक पीछे से एक उचक्के ने उनके गले से सोने की चेन खींच ली।

महिला के अनुसार, छीनी गई चेन का लॉकेट उनके हाथ में रह गया, जिससे उन्हें तुरंत एहसास हो गया कि किसी ने चेन छीनने की कोशिश की है। उन्होंने तुरंत शोर मचाना शुरू कर दिया। महिला की चीख-पुकार सुनकर स्टेशन पर मौजूद अन्य यात्रियों और स्थानीय लोगों ने प्रतिक्रिया दी और भाग रहे उचक्के के पीछे दौड़ पड़े। स्थिति को भांपते हुए और भीड़ को अपने पीछे आता देख आरोपी युवक ने छीनी हुई चेन प्लेटफार्म संख्या दो पर फेंक दी और तेजी से वहां से फरार हो गया।
घटना के बाद अफरा-तफरी का माहौल बन गया। हालांकि भीड़ द्वारा पीछा करने और शोरगुल के कारण चेन वापस मिल गई, लेकिन आरोपी भागने में सफल रहा। महिला यात्री अहिल्या कुमारी काफी घबराई हुई थीं, परंतु उन्हें राहत इस बात की मिली कि उनकी कीमती चेन वापस मिल गई।
स्थानीय लोगों में सिंहपुर पश्चिम के सरपंच प्रतिनिधि संजय सहनी ने बताया कि महिला द्वारा शोर मचाने और यात्रियों की तत्परता से चेन वापस मिल गया। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था काफी कमजोर है। अगर मौके पर रेलवे पुलिस मौजूद रहती, तो शायद आरोपी को पकड़ना संभव हो सकता था।
घटना के बाद यात्रियों में आक्रोश देखा गया। लोगों ने रेलवे प्रशासन से नारायणपुर स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की है। यात्रियों का कहना है कि आए दिन स्टेशनों पर इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं, लेकिन पर्याप्त निगरानी और गश्त का अभाव है।
उल्लेखनीय है कि नारायणपुर रेलवे स्टेशन क्षेत्र में पहले भी इस तरह की छिनतई की घटनाएं हो चुकी हैं, परंतु प्रशासन की ओर से कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया है। यात्रियों ने मांग की है कि आरपीएफ या जीआरपी की नियमित तैनाती की जाए और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं, ताकि इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।
इस पूरे घटनाक्रम में राहत की बात यही रही कि महिला को उसकी चेन मिल गई, परंतु यह घटना सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा करती है। स्टेशन पर महिलाओं और अन्य यात्रियों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाना अब समय की मांग बन गई है।
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