भागलपुर के नाथनगर स्थित कॉन्स्टेबल ट्रेनिंग स्कूल परिसर में शनिवार को एक ऐतिहासिक और गरिमामयी अवसर पर 2019 बैच के सिपाहियों की पासिंग आउट परेड का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कुल 640 नव प्रशिक्षित सिपाहियों ने विधिवत रूप से प्रशिक्षण पूरा करने के बाद परेड ग्राउंड में कदम से कदम मिलाकर मार्च पास्ट किया और अपने अनुशासन, परिश्रम और समर्पण की मिसाल पेश की।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) विवेक कुमार शामिल हुए। उन्होंने अपने उद्बोधन में नव सिपाहियों को भावी पुलिस सेवा के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पुलिस विभाग केवल एक नौकरी नहीं बल्कि यह जनसेवा, कर्तव्य और ईमानदारी की पराकाष्ठा का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि एक सच्चा पुलिसकर्मी वही होता है जो संकट की घड़ी में जनता के साथ खड़ा हो और समाज में कानून व्यवस्था बनाए रखने में अहम भूमिका निभाए।
आईजी विवेक कुमार ने आगे कहा, “आज जिन 640 सिपाहियों ने अपने प्रशिक्षण की सफलता का प्रमाण दिया है, वे कल समाज के प्रहरी बनेंगे। इनकी ड्यूटी न सिर्फ कानून व्यवस्था संभालने की होगी, बल्कि जनता के साथ विश्वास कायम करने की भी होगी।”
कार्यक्रम में पुलिस उपमहानिरीक्षक, भागलपुर रेंज के अधिकारी, जिला पुलिस अधीक्षक सहित कई वरिष्ठ पुलिस पदाधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने नव सिपाहियों की परेड को सराहा और उन्हें उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
परेड समारोह की शुरुआत सुबह ध्वजारोहण के साथ हुई। इसके बाद नव प्रशिक्षित सिपाहियों ने जब कदमताल करते हुए मंच के सामने से गुज़रे, तो दर्शक दीर्घा तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठी। सिपाहियों के परेड में अनुशासन, समयबद्धता और समरसता स्पष्ट झलक रही थी। हर टुकड़ी ने बेहतरीन तालमेल और उत्साह के साथ मार्च पास्ट किया।
परेड समारोह के अंत में सिपाहियों को प्रशिक्षण पूरा करने के प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। आईजी विवेक कुमार ने चयनित सिपाहियों को व्यक्तिगत रूप से बधाई दी और उनके कंधों पर एक जिम्मेदार व संवेदनशील पुलिसकर्मी बनने की सीख भी दी।
इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में कॉन्स्टेबल ट्रेनिंग स्कूल के अधिकारियों और प्रशिक्षकों की भूमिका भी सराहनीय रही। आईजी ने प्रशिक्षण स्कूल के समस्त स्टाफ को उत्कृष्ट प्रशिक्षण व्यवस्था और अनुशासन बनाए रखने के लिए विशेष बधाई दी।
परेड के बाद दर्शकों और जवानों के मनोरंजन के लिए एक सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमें रंगारंग प्रस्तुतियों के जरिए देशभक्ति, वीरता और भारतीय सांस्कृतिक विविधता का शानदार प्रदर्शन किया गया। नृत्य, संगीत और नाट्य प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में दर्शक, सिपाहियों के परिजन और स्थानीय नागरिक भी मौजूद रहे, जिन्होंने पूरे आयोजन को विशेष बना दिया। यह आयोजन न सिर्फ नव सिपाहियों के लिए गर्व का पल था, बल्कि बिहार पुलिस की प्रतिबद्धता और सशक्त प्रशिक्षण प्रणाली का प्रतीक भी बना।
इस समारोह के माध्यम से यह स्पष्ट संदेश गया कि बिहार पुलिस नई पीढ़ी के जवानों को न केवल शारीरिक रूप से, बल्कि मानसिक और नैतिक रूप से भी तैयार कर रही है, ताकि वे समाज की सेवा में हर मोर्चे पर खरे उतरें।
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