भागलपुर, बिहार — जन सुराज के युवा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. (प्रो.) कुमार शांतनु आज भागलपुर पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया। स्थानीय युवाओं और कार्यकर्ताओं ने पूरे उत्साह और गर्मजोशी के साथ उनका अभिनंदन किया। डॉ. शांतनु की यह यात्रा जन सुराज के राज्यव्यापी अभियान *“बिहार बदलाव, युवा संकल्प”* के तहत हुई, जिसका उद्देश्य है बिहार के युवाओं को राजनीति की मुख्यधारा में ईमानदारी और विकास के साथ जोड़ना।

भागलपुर पहुंचते ही डॉ. शांतनु ने स्थानीय युवाओं के साथ संवाद कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने युवाओं की समस्याओं को गंभीरता से सुना और उनके संभावित समाधान पर खुलकर चर्चा की। संवाद के दौरान शिक्षा, रोजगार, नशामुक्ति, और क्षेत्रीय विकास जैसे मुद्दों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया।
मीडिया से बातचीत करते हुए डॉ. कुमार शांतनु ने कहा, *“बिहार में बदलाव की असली ताकत युवा हैं। हम हर गांव, हर मोहल्ले में जाकर युवाओं से मिल रहे हैं ताकि उनकी समस्याओं को जान सकें और एक ऐसा नेतृत्व खड़ा कर सकें जो जमीन से जुड़ा हो, ईमानदार हो और समर्पित हो।”* उन्होंने यह भी बताया कि जन सुराज का यह अभियान सिर्फ चुनावी रणनीति नहीं है, बल्कि यह एक दीर्घकालिक सामाजिक बदलाव की पहल है।
राजनीति में व्याप्त जातिवाद और परिवारवाद पर सवाल उठाते हुए डॉ. शांतनु ने कहा कि आज बिहार की राजनीति में विकास के मुद्दे गौण होते जा रहे हैं, और जाति तथा परिवार की राजनीति को बढ़ावा दिया जा रहा है। *“बिहार की राजनीति जात-पात और खानदान की गिरफ्त में है। नेता अपने बेटे-बेटियों को टिकट दिलवा रहे हैं, लेकिन जनता के असली मुद्दों को अनदेखा किया जा रहा है। यह परंपरा अब खत्म होनी चाहिए,”* उन्होंने कहा।
डॉ. शांतनु ने युवाओं से भावुक अपील करते हुए कहा, *“अब समय आ गया है कि हम जाति और धर्म की दीवारों को तोड़ें और एकजुट होकर एक नया और सक्षम बिहार बनाएं। युवा अगर ठान लें, तो राजनीति का चेहरा बदल सकता है। हमें अब जातिवाद नहीं, विकासवाद की राजनीति करनी है।”*
जन सुराज के इस अभियान के माध्यम से युवाओं को न केवल जागरूक किया जा रहा है, बल्कि उन्हें नेतृत्व के लिए तैयार भी किया जा रहा है। संगठन का मानना है कि जब तक राजनीति में अच्छे लोग नहीं आएंगे, तब तक व्यवस्था में बदलाव नहीं आएगा।
डॉ. शांतनु ने यह भी कहा कि वे आने वाले दिनों में बिहार के अन्य जिलों का भी दौरा करेंगे और युवाओं से सीधा संवाद बनाए रखेंगे। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे *“बदलाव के इस संकल्प”* में सहभागी बनें और एक ऐसे बिहार के निर्माण में मदद करें जो प्रगति, समानता और अवसरों से भरा हो।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्र, युवा कार्यकर्ता और सामाजिक संगठन के प्रतिनिधि उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान और “युवा बदलाव” के संकल्प के साथ हुआ।
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