सावन की दूसरी सोमवारी पर गोराडीह और जगदीशपुर प्रखंड क्षेत्र के शिवालयों में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह भोर से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें मंदिरों के बाहर लग गईं और “हर हर महादेव” व “बोल बम” के जयघोष से इलाका गूंज उठा। श्रद्धालु गंगा व आसपास के नदियों व कुंडों से पवित्र जल लेकर पैदल यात्रा कर शिवालयों में जलाभिषेक करने पहुंचे।

गोराडीह में शिवालयों पर दिखा भक्तिमय माहौल
गोराडीह प्रखंड के नदियामा, जमसी, नवटोलिया, मोहनपुर, मुरहन, खरबा सहित विभिन्न गांवों में स्थित शिवालयों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी थी। खासकर नदियामा मंदिर में महिलाओं और युवाओं की टोली सुबह तीन बजे से ही जलाभिषेक के लिए कतार में खड़ी दिखी। स्थानीय पुजारी के अनुसार, इस बार जलाभिषेक करने वालों की संख्या पिछले साल की तुलना में अधिक रही। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस बल की तैनाती की गई थी ताकि कोई अव्यवस्था न हो।
जगदीशपुर के गोनूधाम में उमड़ा श्रद्धालुओं का महासागर
जगदीशपुर प्रखंड के गोनूधाम, देशरी शिव मंदिर, तगेपुर, बलुआचक, भवानीपुर और चांदपुर मंदिर में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। सबसे अधिक भीड़ गोनूधाम शिव मंदिर में देखने को मिली। गोनूधाम के पुजारी सोनू झा ने बताया कि इस दूसरी सोमवारी को लगभग 55 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान भोलेनाथ पर जलाभिषेक किया। गोनूधाम में दूरदराज के गांवों और झारखंड, बंगाल, कटिहार, पूर्णिया से भी श्रद्धालु पहुंचे। मंदिर समिति और स्थानीय युवाओं ने मिलकर श्रद्धालुओं को लाइन में जलाभिषेक कराने की व्यवस्था की ताकि किसी को असुविधा न हो।
स्वास्थ्य व पेयजल की व्यवस्था रही दुरुस्त
इस दौरान मंदिर परिसर और बाहर पेयजल और स्वास्थ्य शिविर की व्यवस्था भी की गई थी। कई सामाजिक संगठनों ने सेवा शिविर लगाकर श्रद्धालुओं को शरबत और प्रसाद वितरण किया। मेडिकल टीम ने लगातार स्थिति पर नजर बनाए रखा।
कांवड़ यात्रा में दिखा उत्साह
कांवड़ियों में भी इस बार विशेष उत्साह देखने को मिला। युवा श्रद्धालु बोल बम के नारों के साथ समूह में शिवालय पहुंचे और बारी-बारी से जलाभिषेक किया। महिलाएं भी सुबह से ही पूजा सामग्री लेकर कतार में लगी रहीं और परिवार की सुख-शांति और मंगल कामना के लिए भगवान शिव से आशीर्वाद मांगा।
पुलिस-प्रशासन ने संभाली व्यवस्था
गोराडीह और जगदीशपुर में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की तैनाती रही। थानाध्यक्ष स्वयं मंदिरों का भ्रमण कर स्थिति पर नजर बनाए रहे। मंदिर परिसर में जगह-जगह बैरिकेडिंग कर जलाभिषेक की व्यवस्था कराई गई।
भोलेनाथ की आराधना में डूबे श्रद्धालु
पूरे दिन मंदिरों में हर-हर महादेव और शिव चालीसा के पाठ की गूंज रही। मंदिर परिसर में जगह-जगह भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया। भक्त भगवान शिव के दर्शन और जलाभिषेक कर कृतार्थ महसूस कर रहे थे। सावन की दूसरी सोमवारी पर गोराडीह और जगदीशपुर प्रखंड क्षेत्र के शिवालयों में उमड़ी भीड़ ने यह साबित कर दिया कि श्रद्धा और आस्था की डोर हर परिस्थिति में मजबूत रहती है।
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