सहरसा जिला मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर दूर नवहट्टा प्रखंड अंतर्गत नौला पंचायत स्थित गढ़िया रसलपुर गांव में बाबा बकतौर का जन्मस्थल है। यहां आज भी बाबा का प्राचीन मंदिर अधूरा है और विकास की राह देख रहा है।
कहा जाता है कि बाबा बकतौर 14 हजार भैंसों के मालिक थे। उस समय भारत पर मुगलों के आक्रमण की तैयारी चल रही थी और उस दौर में राजा दलेल सिंह का शासन था। राजा दलेल सिंह मूल रूप से समस्तीपुर जिले के महथी गांव के निवासी थे।
इतिहास में उल्लेख मिलता है कि राजा दलेल सिंह ने बाबा बकतौर के भाइयों – खेदु, अनंदी और उमराव – सहित उनकी भैंसों को नवहट्टा बनसार में बंधक बना लिया। इस पर बाबा बकतौर ने मल्ल युद्ध कर राजा और उसकी सेना को पराजित किया और अपने भाइयों व संपत्ति को वापस ले आए।
कुछ समय बाद जब मुगलों ने आक्रमण किया, तो राजा दलेल सिंह हार गए और उन्हें कैद कर गोगरी वंसार में बंदी बना लिया गया। कैद से राजा ने बाबा बकतौर को अर्जी पत्र भेजकर मदद की अपील की। पत्र पाकर बाबा अपने मित्र वसावन खिरहर के साथ गोगरी पहुंचे और वहां से राजा समेत 84 हजार साधु-संतों को मुक्त कराया।
यहीं से बाबा बकतौर की ख्याति दूर-दूर तक फैल गई। वे मां गहिल के परम भक्त और पुजारी माने जाते हैं। कहा जाता है कि उन्होंने अपने जीवनकाल में कई चमत्कार किए और तभी से उनकी महिमा अपरंपार मानी जाती है। आज भी सहरसा सहित आसपास के कई जिलों में बाबा बकतौर की पूजा और मेले का आयोजन होता है।

👉 लेकिन अफसोस की बात यह है कि गढ़िया रसलपुर स्थित उनका मंदिर आज भी अधूरा है और सरकार व प्रशासन के स्तर पर इस ऐतिहासिक और धार्मिक धरोहर के विकास की आवश्यकता महसूस की जा रही है। वही समस्तीपुर से आए भाजपा के प्रदेश के कार्यकारणी सदस्य एवं मदुदावाद के पुर्व मुखिया राजकुमार पाल ने कहा पहली बार पहुॅचे है गोविन्दपुर उन्होंने कहाँ सपना में आए बावा का दर्शन से आए है और हम सरकार से कला संस्कृतिऔर पर्यटन कोइस स्थान मेंस्वीकृत हैसरकार तक बात रखेंगेजबकि यहां केसांसद विधायक कोअपने पूर्वजों काख्याल रखना चाहिए
अपना बिहार झारखंड पर और भी खबरें देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
समस्तीपुर में प्रेम प्रसंग में लड़की की छोटी बहन के सीने में शिक्षक ने मारी गोली
हमारे न्यूज़ चैनल की शक्ति और विश्वसनीयता के साथ, हमें आपके साथ आगे बढ़ने का गर्व होगा। अगर आप अपने व्यवसाय की गरिमा बढ़ाना और एक बड़े निर्माण में भागीदार बनना चाहते हैं, तो हमारे न्यूज़ चैनल के स्पॉन्सरशिप अवसर आपके लिए उपयुक्त हैं।हमारे साथ सहयोग करके, आप अपने व्यवसाय के प्रतिष्ठा और बढ़ावा प्राप्त कर सकते हैं। हमारे विशेषज्ञ रिपोर्टर टीम नवीनतम और ताजगी की खबरों का प्रसारण करती है और हमारे दर्शकों की आंतरदृष्टि में बदलाव लाती है।
हमारी प्रमुखताओं में विश्वसनीयता, विविधता और भारतीय मान्यताओं के साथीकृत खबरें शामिल हैं। हमें गर्व होगा यदि आप हमारे साथ जुड़कर आपके व्यवसाय के विकास में मदद कर सकें।जल्दी से संपर्क करें और हमारे स्पॉन्सरशिप अवसर का लाभ उठाएं! एक प्रमुख न्यूज़ चैनल के रूप में, हम आपके साथ साझेदारी का इंतजार कर रहे हैं। संपर्क सूत्र 7903381260
