सहरसा जिले में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि अब वे कानून के रखवालों को भी नहीं बख्श रहे। ताजा मामला सहरसा जिले के सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत नया बाजार इलाके का है, जहां पटना हाईकोर्ट के वकील अविनाश कुमार सिंह के घर भीषण चोरी की वारदात सामने आई है। यह चोरी वार्ड संख्या 11 में स्थित उनके आवास पर उस समय हुई जब वकील अपने पैतृक गांव एक पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे।
जानकारी के अनुसार, अधिवक्ता अविनाश कुमार सिंह शुक्रवार को अपनी पत्नी साधना सिंह के साथ मुरलीगंज के दिगही गांव में एक मृत्युभोज में शामिल होने के लिए गए हुए थे। जब वे शनिवार को वापस लौटे, तो उन्हें पड़ोसियों ने बताया कि उनके घर का मुख्य दरवाजा टूटा हुआ है और अंदर का सारा सामान बिखरा पड़ा है।
वकील जैसे ही घर में दाखिल हुए, तो उन्होंने देखा कि अलमारी के ताले टूटे हुए हैं और घर का कीमती सामान गायब है। घर के सभी कमरों में चोरी के स्पष्ट निशान थे। तत्काल उन्होंने स्थानीय पुलिस को सूचना दी और सदर थाना की टीम मौके पर पहुंची तथा जांच में जुट गई।

चोरी की गई वस्तुओं की सूची बेहद चौंकाने वाली है। चोरों ने घर से लगभग एक लाख रुपये नकद, 100 ग्राम सोना (जिसकी अनुमानित कीमत 10 लाख रुपये बताई जा रही है), सोने की एक हार, चेन, अंगूठी, मणटीका, झुमके, एक पूरा गहनों का सेट, चांदी के 5 सिक्के, लगभग ढाई किलो चांदी और एक एलसीडी टीवी लेकर फरार हो गए। इस घटना ने पूरे मोहल्ले में सनसनी फैला दी है और लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
पड़ोसियों का कहना है कि शुक्रवार की रात को उन्होंने कुछ संदिग्ध गतिविधियां जरूर देखी थीं, लेकिन उन्हें अंदेशा नहीं था कि इतनी बड़ी चोरी हो रही है। मोहल्ले के एक बुजुर्ग निवासी ने बताया कि इलाके में पुलिस गश्ती की कमी है और कई बार इस संबंध में शिकायत की गई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
वकील अविनाश कुमार सिंह का कहना है कि यह वारदात पूरी तरह से सुनियोजित प्रतीत होती है। चोरों को घर के अंदर की अच्छी जानकारी थी, तभी उन्होंने सीधे उन्हीं कमरों को निशाना बनाया जहां कीमती सामान और नकदी रखी हुई थी।
सदर थाना की पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है और एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। थाना प्रभारी ने बताया कि घटनास्थल की छानबीन की जा रही है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
घटना के बाद मोहल्ले में दहशत का माहौल है। लोग चिंतित हैं कि अगर एक वकील का घर सुरक्षित नहीं है, तो आम आदमी की सुरक्षा की क्या स्थिति होगी। कई लोगों ने पुलिस प्रशासन से गश्ती बढ़ाने और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
इस बीच, जिला पुलिस अधीक्षक ने भी मामले की जानकारी ली है और विशेष टीम का गठन कर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि चोरी की इस वारदात में शामिल अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और पीड़ित को न्याय मिलेगा।
चोरी की इस घटना ने सहरसा शहर की कानून-व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक ओर राज्य सरकार अपराध नियंत्रण के दावे कर रही है, वहीं दूसरी ओर इस तरह की घटनाएं इन दावों की पोल खोल रही हैं।
मोहल्ले के लोगों का कहना है कि अगर समय रहते पुलिस गश्त बढ़ाई जाती और इलाके में सक्रिय असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखी जाती, तो शायद इस तरह की वारदात को टाला जा सकता था।
निष्कर्ष:
यह चोरी न केवल एक बड़ी आपराधिक घटना है, बल्कि यह सहरसा जैसे शहर में आमजन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल भी उठाती है। वकील जैसे जिम्मेदार और सजग नागरिक का घर भी सुरक्षित नहीं है, यह सोचकर मोहल्ले के लोग डरे हुए हैं। अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले में कितनी तेजी से कार्रवाई करती है और अपराधियों को पकड़ पाती है या नहीं। तब तक के लिए मोहल्ले में डर और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है।
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