बिहार चुनाव 2025 को लेकर राज्य में सभी दलों ने प्रचार तेज कर दिया है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहरसा में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने राजद और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और NDA की विकास नीति को आगे रखने की बात कही।
“राजद-कांग्रेस का विकास से कोई नाता नहीं”
पीएम मोदी ने कहा—
“राजद हो या कांग्रेस, इनका विकास से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है। NDA की पहचान विकास से है, जबकि राजद-कांग्रेस की पहचान विनाश से है।”
उन्होंने दावा किया कि NDA सरकार के कार्यकाल में बिहार में विकास की गति बढ़ी है, जबकि पहले की सरकारों ने राज्य को पीछे धकेला।
“कांग्रेस-राजद ने कोसी महासेतु को लटका दिया…”
पीएम मोदी ने कोसी क्षेत्र के बड़े प्रोजेक्ट कोसी महासेतु रेल पुल का जिक्र करते हुए कहा कि—
इस पुल का शिलान्यास 2003 में अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था।
लेकिन 2004 में मनमोहन सिंह की कांग्रेस सरकार बनने के बाद
और बिहार में 2005 के बाद नीतीश कुमार के नेतृत्व की नई परिस्थितियों में
राजद और कांग्रेस ने बिहार के विकास से बदला लेने की कोशिश की।
उन्होंने कहा—
“दिल्ली में उनकी सरकार थी और वे बदले की भावना से बिहार की योजनाओं पर ताला लगाते रहे। कोसी महासेतु को भी लटका दिया गया।”
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि राजद उस दौर में बिहार के लोगों से नाराज़ हो गया था और इसी वजह से केंद्र से मिलने वाली योजनाओं को रोककर राज्य को नुकसान पहुंचाया गया।
“बिहार को घुसपैठियों से बचाना है”
सभा में पीएम मोदी ने जनसंख्या, सुरक्षा और घुसपैठ के मुद्दे पर भी विपक्ष को घेरा। उन्होंने कहा—
“कांग्रेस और राजद को केवल घुसपैठियों से लगाव है। वे इन्हें बचाने के लिए यात्राएं निकालते हैं। बिहार का भविष्य आप तय करेंगे या घुसपैठिए तय करेंगे?”
उन्होंने आरोप लगाया कि—
घुसपैठिए बिहार की संपत्ति, संसाधनोंऔर अवसरों
पर कब्जा कर रहे हैं।
पीएम ने कहा—
“बिहार को घुसपैठियों से बचाने के लिए हम कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं।”
चुनावी माहौल गर्माया
प्रधानमंत्री के इस भाषण ने चुनावी माहौल को और तेज कर दिया है। विपक्ष की प्रतिक्रिया का इंतजार है, जबकि बीजेपी इसे अपने बड़े चुनावी एजेंडे के रूप में पेश कर रही है।
