गुणवत्तागुणवत्ता

नवगछिया, क्षेत्र में गंगा नदी के कटाव से बचाव के लिए चल रहे कटावरोधी कार्यों की गुणवत्ता को लेकर सांसद अजय कुमार मंडल के प्रतिनिधियों ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं। शनिवार को नवगछिया अनुमंडल क्षेत्र में चल रहे कटाव निरोधी कार्यों का निरीक्षण करने पहुंची टीम ने कई जगहों पर कार्य को असंतोषजनक पाया। सांसद प्रतिनिधियों के अनुसार, कार्य में उपयोग हो रही सामग्री में अनियमितता और निर्माण कार्य की धीमी गति लोगों की चिंता का कारण बन रही है।

सवाल
 

सांसद प्रतिनिधि व महिला मोर्चा की प्रदेश महासचिव अर्पणा कुमारी ने निरीक्षण के बाद बताया कि स्थानीय ग्रामीणों ने कार्य की गुणवत्ता को लेकर गंभीर आपत्तियां दर्ज कराई हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से कटाव निरोधी कार्य होना चाहिए, उस तरह का कार्य धरातल पर नहीं दिख रहा है। जिओ बैग, एनसी (नॉन कंक्रीट), पत्थर की गुणवत्ता और अन्य सामग्री के सही इस्तेमाल पर सवाल उठाए गए हैं।

उन्होंने यह भी बताया कि जिओ बैग में जो मिट्टी और अन्य भराव सामग्री होनी चाहिए, वह ठीक से नहीं डाली जा रही है। कई जगहों पर बैग की सिलाई भी कमजोर पाई गई, जिससे यह जल्दी फट सकते हैं और कटावरोधी कार्य पर असर पड़ सकता है। इसके अलावा पत्थर की क्वालिटी और आकार भी मानक के अनुसार नहीं है। कई स्थानों पर छोटे और टूटे हुए पत्थर डाले जा रहे हैं, जिससे लंबे समय तक टिकाव की संभावना कम हो जाती है।

सांसद कार्यालय की टीम ने यह भी बताया कि निर्माण कार्य की गति बहुत ही धीमी है। ऐसे में यदि बरसात पूर्व कार्य पूरा नहीं हुआ, तो गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने पर कटाव की स्थिति और भयावह हो सकती है। टीम ने मौके पर उपस्थित इंजीनियर और संवेदक से भी इस संबंध में जवाब-तलब किया, लेकिन उन्हें संतोषजनक उत्तर नहीं मिला।

सांसद प्रतिनिधियों ने स्पष्ट किया कि इस संबंध में पूरी रिपोर्ट जल संसाधन विभाग और जिला प्रशासन को सौंपी जाएगी। साथ ही घटिया कार्यों की जांच कराने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग भी की जाएगी। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी इस निरीक्षण के दौरान अपनी नाराजगी जाहिर की और प्रशासन से कार्यों की निगरानी बढ़ाने की अपील की।

स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि कटाव का खतरा हर साल बना रहता है, लेकिन जब कटाव रोकने के लिए काम शुरू होता है, तब उसमें लापरवाही और अनियमितता देखने को मिलती है। ऐसे में गंगा किनारे बसे गांवों के लोगों का जीवन, खेती और संपत्ति खतरे में पड़ जाती है।

निरीक्षण दल ने यह भी कहा कि सांसद अजय मंडल स्वयं इस विषय को लेकर गंभीर हैं और वे जल्द ही इस मुद्दे को उच्च स्तर पर उठाएंगे ताकि कटाव से स्थायी राहत मिल सके और जनता की गाढ़ी कमाई से खर्च हो रही राशि का सही उपयोग हो।

 

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