भागलपुर जिले के अकबरनगर थाना में तैनात पुलिस चालक दिलीप कुमार पासवान की मंगलवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में मौत हो गई। यह हादसा खेरैहिया गांव के समीप एनएच-80 पर उस वक्त हुआ जब वे नियमित गश्ती ड्यूटी पर थे। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई और पूरे थाना परिसर में सन्नाटा पसर गया।
घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार, मृतक चालक दिलीप कुमार पासवान अपने गश्ती अधिकारी एसएसआई मंजीत कुमार और पुलिस बल के अन्य सदस्यों के साथ रात्रि गश्ती पर निकले थे। वे जब भवनाथपुर पुल के पास पहुंचे तो वाहन को किनारे रोक दिया गया। इसी दौरान दिलीप कुमार लघुशंका के लिए गाड़ी से नीचे उतरे। काम समाप्त कर जब वे सड़क पार कर वापस वाहन की ओर लौट रहे थे, तभी एक तेज रफ्तार बुलेट मोटरसाइकिल ने उन्हें जबरदस्त टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी भीषण थी कि दिलीप कुमार पासवान कुछ ही पलों में सड़क पर गिर पड़े और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। आसपास मौजूद पुलिसकर्मी और एसएसआई मंजीत कुमार तत्काल उनके पास पहुंचे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। आनन-फानन में उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटना के बाद से अकबरनगर थाना के सभी कर्मियों में शोक की लहर दौड़ गई है। थाना प्रभारी समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली। पुलिस ने मृतक का शव अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भागलपुर स्थित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया है। वहीं, घटना की जांच भी शुरू कर दी गई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बुलेट सवार युवक अत्यधिक तेज गति से बाइक चला रहा था और उसने हेलमेट भी नहीं पहना था। हादसे के बाद बुलेट सवार मौके से फरार हो गया। पुलिस सीसीटीवी फुटेज और अन्य माध्यमों से आरोपी बाइक सवार की पहचान करने में जुटी है। प्रारंभिक जांच में लापरवाही से वाहन चलाने का मामला प्रतीत हो रहा है।
मृतक दिलीप कुमार पासवान एक अनुशासित और जिम्मेदार पुलिसकर्मी के रूप में जाने जाते थे। वे वर्षों से अकबरनगर थाना में चालक के रूप में सेवा दे रहे थे। उनके निधन से न सिर्फ उनका परिवार बल्कि पूरा पुलिस महकमा दुखी है। दिलीप अपने पीछे पत्नी, दो बच्चे और माता-पिता को छोड़ गए हैं। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि एनएच-80 पर तेज रफ्तार और लापरवाह ढंग से बाइक चलाने वालों की वजह से आए दिन हादसे होते रहते हैं। खासकर रात के समय जब गश्ती या यात्रा के लिए पुलिस या आम लोग सड़क पर होते हैं, तब ऐसे हादसों का खतरा और भी बढ़ जाता है। लोगों ने मांग की है कि इस हाईवे पर यातायात नियंत्रण के लिए अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की जाए और गति सीमा का कड़ाई से पालन कराया जाए।
भागलपुर जिला पुलिस अधीक्षक ने भी इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि दिलीप कुमार पासवान एक कर्तव्यनिष्ठ कर्मचारी थे और उनकी आकस्मिक मृत्यु से विभाग को गहरी क्षति हुई है। उन्होंने मामले की त्वरित जांच के निर्देश भी दिए हैं और कहा है कि दोषी बाइक सवार को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
वहीं, पुलिस विभाग द्वारा मृतक के परिजनों को हरसंभव सहायता देने की बात कही गई है। विभागीय प्रक्रिया के तहत मुआवजा और अन्य राहत राशि जल्द जारी की जाएगी। साथी पुलिसकर्मियों ने श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर से सड़क सुरक्षा और नियमों के पालन की गंभीरता को रेखांकित किया है। लापरवाही से वाहन चलाने वाले न सिर्फ अपनी, बल्कि दूसरों की जान भी जोखिम में डालते हैं। दिलीप कुमार पासवान की मौत ने एक समर्पित पुलिसकर्मी को हमसे छीन लिया, जो अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए असमय काल के गाल में समा गया।
अब सबकी निगाहें पुलिस जांच पर टिकी हैं, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि मृतक को न्याय मिले और ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो।
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