उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले से सोमवार सुबह एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है, जिसमें नैनीताल घूमने जा रहा एक परिवार सड़क हादसे का शिकार हो गया। लखनऊ-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-30) पर स्थित जमुका तिराहे के पास तेज रफ्तार कार एक खड़े ट्रक से जा भिड़ी। इस भीषण दुर्घटना में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य तीन सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए।

परिवार जा रहा था नैनीताल
पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने जानकारी दी कि हादसा सोमवार सुबह लगभग 5 बजे के आसपास हुआ, जब कार लखनऊ की ओर से आ रही थी और गोरखपुर निवासी यह परिवार नैनीताल घूमने जा रहा था। कार में कुल छह लोग सवार थे। बताया जा रहा है कि कार चालक को नींद की झपकी आ गई, जिससे वाहन अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़े एक ट्रक में जा भिड़ा।
तीन की मौत, तीन घायल
हादसा इतना जबरदस्त था कि कार का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और उसमें सवार सभी छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को तुरंत राजकीय मेडिकल कॉलेज, शाहजहांपुर भिजवाया। डॉक्टरों ने जांच के बाद 35 वर्षीय शिवम पांडे, उनकी 42 वर्षीय बहन श्वेता द्विवेदी और शिवम का दो वर्षीय बेटा माधवन को मृत घोषित कर दिया।
अन्य तीन घायलों की स्थिति भी गंभीर बताई जा रही है और उनका इलाज चल रहा है। चिकित्सकों की एक विशेष टीम उनकी देखरेख में लगी हुई है।
पुलिस ने शुरू की जांच
पुलिस की प्राथमिक जांच में यह संभावना जताई जा रही है कि हादसा ड्राइवर को नींद आने की वजह से हुआ। फिलहाल, मामले की जांच जारी है और खड़े ट्रक के मालिक व चालक की जानकारी जुटाई जा रही है। दुर्घटना में घायल लोगों के परिजनों को सूचना दे दी गई है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
इलाके में मातम का माहौल
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। राहगीरों और स्थानीय लोगों ने इस दुर्घटना को बेहद भयावह बताया। कई लोगों ने यह भी सवाल उठाया कि हाईवे पर ट्रकों को गलत तरीके से खड़ा करने की वजह से भी इस प्रकार की घटनाएं लगातार हो रही हैं, जिस पर प्रशासन को सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
प्रशासन की अपील
पुलिस और जिला प्रशासन ने सभी वाहन चालकों से अपील की है कि लंबी दूरी की यात्रा के दौरान वाहन चलाते समय पर्याप्त विश्राम करें और नींद या थकावट की स्थिति में गाड़ी चलाने से बचें। साथ ही हाईवे किनारे वाहनों को अनावश्यक रूप से खड़ा करने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।
निष्कर्ष:
गर्मियों की छुट्टियों में घूमने निकला एक परिवार दुखद हादसे का शिकार हो गया, जिसने तीन जिंदगियों को लील लिया। यह घटना सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि सड़क पर थोड़ी सी लापरवाही किस तरह पूरे परिवार को तबाह कर सकती है। पुलिस की जांच और प्रशासन की अपील के बीच जरूरत इस बात की है कि हर वाहन चालक यात्रा के दौरान सतर्कता और संयम का परिचय दे।
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