सहरसा जिले के नवहट्टा नगर पंचायत में भ्रष्टाचार का एक और मामला सामने आया है, जिससे स्थानीय जनता में भारी नाराजगी है। मामला नगर पंचायत के वार्ड संख्या-07 का है, जहां एक सड़क निर्माण योजना में गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगे हैं।
सरकार द्वारा स्वीकृत योजना के तहत अनसारूल खान के खेत से लेकर मो० नसीम के घर तक सोलिंग और पीसीसी ढलाई के माध्यम से सड़क निर्माण किया जाना था। इस योजना पर लाखों रुपये की लागत अनुमानित थी, जिसका कार्यादेश नवहट्टा नगर पंचायत को सौंपा गया था।

इस कार्य की जिम्मेदारी और निगरानी परियोजना अभियंता प्रवीन कुमार प्रभात, वार्ड पार्षद हुस्ने जेबा, उप मुख्य पार्षद कविता कुमारी, मुख्य पार्षद हीरा देवी और कार्यपालक पदाधिकारी जितेन्द्र कुमार को सौंपी गई थी। योजना का औपचारिक उद्घाटन मोहम्मद मजरह उधीन खान उर्फ बब्लू द्वारा किया गया था, जिसका उल्लेख कार्यस्थल पर लगाए गए बोर्ड पर भी स्पष्ट रूप से दर्ज है।
हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है कि विभागीय मिलीभगत से इस योजना में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। आरोप है कि सड़क निर्माण अधूरा है, फिर भी योजना की पूरी राशि की निकासी कर ली गई है।
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि केवल सड़क का आधा हिस्सा ही बनाया गया है, जबकि शेष क्षेत्र अब भी कच्चा और कीचड़ से भरा हुआ है। बरसात के मौसम में यह इलाका बेहद नारकीय स्थिति में पहुंच जाता है, जिससे लोगों की आवाजाही भी प्रभावित होती है।
गांव के ही एक निवासी मोहम्मद आरिफ ने कहा, “हमने कई बार संबंधित अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। जब योजना का पैसा निकल गया, तो पूरा काम क्यों नहीं हुआ? इसमें निश्चित रूप से घोटाला हुआ है।”
इस कथित घोटाले को लेकर क्षेत्र में रोष गहराता जा रहा है। स्थानीय जनता ने मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। कई लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन करने को विवश होंगे।
जनता का कहना है कि यह सिर्फ एक सड़क की बात नहीं है, बल्कि यह मामला स्थानीय विकास योजनाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही का है।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस गंभीर आरोप को किस तरह लेता है और क्या जांच कर दोषियों को सजा दिलाने की कोई ठोस पहल करता है या फिर यह मामला भी फाइलों की धूल में दबकर रह जाएगा।

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