विमानविमान

 

उत्तराखंड
केदारनाथ धाम के श्रद्धालुओं के लिए एक बार फिर से दुखद समाचार सामने आया है। आज सुबह केदारनाथ से फाटा लौटते समय आर्यन एविएशन कंपनी का एक हेलीकॉप्टर त्रिजुगीनारायण के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह हादसा गौरीकुंड क्षेत्र में घने जंगलों के ऊपर हुआ, जहां हेलीकॉप्टर क्रैश होकर जलकर राख हो गया। इस भीषण दुर्घटना में हेलीकॉप्टर में सवार सभी 7 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में एक मासूम बच्ची भी शामिल है।

विमान

 

शुरुआती वजह—खराब मौसम

प्रशासन द्वारा दी गई प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह हादसा खराब मौसम के चलते हुआ। बादलों की घनता, तेज हवाएं और दृश्यता कम होने के कारण पायलट ने नियंत्रण खो दिया, जिससे यह हादसा हुआ। हेलीकॉप्टर के उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद यह हादसा हुआ।

मौके पर पहुंचीं NDRF और SDRF टीमें

हादसे की जानकारी मिलते ही राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीमें तुरंत मौके पर पहुँचीं। दुर्घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारी और पुलिस टीम ने मलबे से सभी शवों को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उत्तराखंड के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर डॉ. वी. मुरुगेशन भी घटनास्थल पर पहुँचे और हादसे की पुष्टि की।

घास काट रही महिलाओं ने दी सूचना

इस हादसे की जानकारी सबसे पहले कुछ नेपाली मूल की महिलाओं ने दी, जो उस समय गौरी माई खर्क क्षेत्र में घास काट रही थीं। उन्होंने हेलीकॉप्टर को गिरते देखा और तुरंत पुलिस को फोन कर इसकी सूचना दी। उनके सतर्क प्रयासों से रेस्क्यू टीम मौके पर जल्दी पहुँच सकी।

मृतकों में बीकेटीसी का कर्मचारी भी शामिल

हादसे में केदारनाथ-बद्रीनाथ मंदिर समिति (BKTC) के कर्मचारी विक्रम सिंह रावत की भी मौत की पुष्टि हुई है। बाकी मृतकों की पहचान भी की जा रही है और परिजनों को सूचना दी जा रही है।

हाल ही में हुए दो और हादसे

यह हादसा उत्तराखंड में हाल के महीनों में हुआ तीसरा बड़ा हेलीकॉप्टर हादसा है। इससे पहले—

  • 7 जून: बड़ासू हेलिपैड से टेकऑफ के बाद एक हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी आने के कारण उसकी इमरजेंसी लैंडिंग रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर की गई थी। पायलट घायल हुआ था जबकि यात्रियों की जान बच गई थी।
  • 8 मई: उत्तरकाशी जिले के गंगोत्री हाईवे पर गंगनानी के पास एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था। एयरोट्रांस कंपनी के इस हेलीकॉप्टर में 6 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें चार यात्री मुंबई से और दो आंध्र प्रदेश से थे।

लगातार हादसों से उठे सुरक्षा पर सवाल

लगातार हो रहे हादसों ने केदारनाथ और गंगोत्री जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हवाई यात्रा की सुरक्षा पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं। यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, वहीं कंपनियों की तकनीकी तैयारियों और मौसम संबंधी सावधानियों पर संदेह बढ़ता जा रहा है।

नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने सभी हेलीकॉप्टर कंपनियों से रिपोर्ट मांगी है और हादसे की गहन जांच शुरू कर दी गई है। इसके अलावा प्रशासन ने पहाड़ी क्षेत्रों में हवाई सेवाओं को लेकर अतिरिक्त सुरक्षा मानकों की समीक्षा की बात कही है।

विमान
विमान

श्रद्धालुओं में भय और आक्रोश

इन घटनाओं के बाद श्रद्धालुओं में भय और गुस्सा दोनों व्याप्त हैं। केदारनाथ यात्रा पर आए कई यात्रियों ने हवाई सेवाओं पर पुनर्विचार की माँग की है। राज्य सरकार और हेलीकॉप्टर सेवा कंपनियों पर अब यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का दबाव है।

उत्तराखंड सरकार और केंद्र सरकार से अब अपेक्षा की जा रही है कि वह इन लगातार हो रही घटनाओं को गंभीरता से लें और हवाई सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू करें ताकि भविष्य में इस तरह की त्रासदी न हो।

 

अपना बिहार झारखंड पर और भी खबरें देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें

भागलपुर में आत्मा योजना की समीक्षा बैठक सम्पन्न, उप विकास आयुक्त ने योजनाओं के क्रियान्वयन में गति लाने के दिए निर्देश

सहरसा में बड़ी साजिश नाकाम: कार्बाइन और कारतूस के साथ युवक गिरफ्तार, पुलिस की सतर्कता से टली बड़ी वारदात

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *