नवगछिया (भागलपुर) – डिजिटल युग में जहां तकनीक ने आम जीवन को सरल बनाया है, वहीं इसके माध्यम से साइबर अपराध भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में नवगछिया साइबर थाना में दो अलग-अलग मामलों में गंभीर साइबर ठगी की शिकायतें दर्ज की गई हैं। पहला मामला वर्क फ्रॉम होम के नाम पर हुई पांच लाख रुपये की ठगी से जुड़ा है, जबकि दूसरा मामला सेक्सटॉर्शन के जरिए 38 हजार रुपये की ठगी का है।
वर्क फ्रॉम होम का झांसा देकर पांच लाख की ठगी
नारायणपुर निवासी राम शरण चौधरी के पुत्र नीरज कुमार रंजन साइबर ठगों का शिकार बन गए। नीरज को 26 दिसंबर 2024 को एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को एक प्रसिद्ध ऑनलाइन कंपनी का प्रतिनिधि बताते हुए घर बैठे वर्क फ्रॉम होम के माध्यम से अच्छी कमाई का झांसा दिया। शुरुआत में प्रस्ताव आकर्षक लगने के कारण नीरज इस योजना में रुचि लेने लगे।
ठगों ने पहले रजिस्ट्रेशन शुल्क, फिर ट्रेनिंग फीस, उसके बाद टैक्स और विभिन्न तकनीकी कारणों से कुल पांच बार में अलग-अलग रकम की मांग की। नीरज ने विश्वास में आकर कुल पांच लाख रुपये संबंधित खातों में ट्रांसफर कर दिए। ठगी का यह सिलसिला 31 मई 2025 तक चलता रहा। इस तारीख को आखिरी बार नीरज को कॉल आया, जिसके बाद नंबर बंद हो गया और किसी प्रकार की नौकरी या भुगतान नहीं मिला।

कॉल बंद होने और संपर्क टूटने के बाद नीरज को ठगी का एहसास हुआ। उन्होंने 4 जून को नवगछिया साइबर थाना में आवेदन देकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। साइबर थाना प्रभारी ने बताया कि मामले में कॉल डिटेल्स, ट्रांजेक्शन हिस्ट्री और संबंधित बैंक खातों की गहन जांच की जा रही है।
सेक्सटॉर्शन के नाम पर 38 हजार की ठगी
दूसरा मामला तेतरी निवासी रौशन कुमार से जुड़ा है। रौशन को भी एक अज्ञात नंबर से कॉल आया, जिसमें कॉल करने वाले ने उन पर आरोप लगाया कि वे अश्लील वेबसाइट देख रहे थे और एक लड़की से वीडियो कॉल पर बात कर रहे थे। ठग ने दावा किया कि उसका वीडियो रिकॉर्ड कर लिया गया है और अब उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जाएगा।
रौशन को मानसिक दबाव में डालते हुए आरोपी ने लगातार धमकी भरे कॉल किए और वीडियो लीक न करने के बदले पैसे की मांग की। भयभीत रौशन ने 10 बार में कुल 38 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। जब उन्हें शक हुआ कि यह एक सुनियोजित ठगी है, तब उन्होंने भी नवगछिया साइबर थाना में 4 जून को प्राथमिकी दर्ज करायी।
पुलिस ने इस मामले की भी जांच शुरू कर दी है और ठग के बैंक खातों, कॉल डिटेल्स और संभावित लोकेशन की जांच की जा रही है। पुलिस का मानना है कि जल्द ही आरोपी की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस की अपील
दोनों मामलों के सामने आने के बाद नवगछिया पुलिस ने आम नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है। साइबर थाना प्रभारी ने कहा, “कोई भी अज्ञात कॉल या मैसेज पर तुरंत विश्वास न करें। वर्क फ्रॉम होम, ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब या किसी भी अन्य ऑनलाइन रोजगार के नाम पर मांगी जा रही राशि से सावधान रहें।”
पुलिस ने यह भी सलाह दी कि कोई भी संदेहास्पद गतिविधि या धमकी मिलने पर तत्काल साइबर क्राइम शाखा या निकटतम थाने में सूचना दें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके और ठगी से बचा जा सके।
इस तरह के मामलों की बढ़ती संख्या से यह स्पष्ट होता है कि साइबर ठग नई-नई तकनीकों का उपयोग कर भोले-भाले नागरिकों को जाल में फंसा रहे हैं। ऐसे में सतर्कता और जानकारी ही सबसे बड़ा बचाव है।
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