नारायणपुर (भागलपुर)। प्रखंड क्षेत्र में मतदाता पुनरीक्षण कार्य में अनियमितता और लापरवाही के विरोध में राजद-कांग्रेस इंडिया गठबंधन द्वारा गुरुवार को नारायणपुर मुख्य चौक पर सड़क-चक्का जाम कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान नारायणपुर-खरीक मुख्य सड़क पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप रही। आम लोग और स्कूली बच्चों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। गठबंधन के नेताओं ने सुबह दस बजे से लेकर दोपहर बारह बजे तक सड़क को बाधित रखा।
सड़क जाम को लेकर भवानीपुर थाना पुलिस और नारायणपुर ओपी की टीम पहले से ही मौके पर मौजूद थी। जैसे ही कार्यकर्ताओं ने सड़क पर टायर जलाकर नारेबाजी शुरू की, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए राजद और कांग्रेस के कुल 15 कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। भवानीपुर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर महेश कुमार ने बताया कि बीएनएस की धारा 170 के तहत 15 लोगों को नारायणपुर चौक से हिरासत में लिया गया। पूछताछ और प्रक्रिया पूरी करने के बाद सभी को पीआर बांड पर छोड़ा गया। पुलिस ने दोपहर लगभग बारह बजे सड़क को खाली कराया और यातायात व्यवस्था को सामान्य किया।

राजद नेता मंटू यादव, पवन यादव, प्रखंड अध्यक्ष केदार शर्मा ने कहा कि मतदाता पुनरीक्षण में व्यापक स्तर पर गड़बड़ी हो रही है। कई नए मतदाताओं का नाम जोड़ा नहीं जा रहा है, जबकि कई मृत और फर्जी नाम अब भी सूची में दर्ज हैं। इसको लेकर प्रखंड और जिला स्तर पर कई बार शिकायत की गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि प्रशासन को चेतावनी दी गई है कि यदि जल्द से जल्द सभी नई उम्र के योग्य मतदाताओं का नाम जोड़ने और मृत लोगों का नाम हटाने की प्रक्रिया नहीं की गई, तो आगे और बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
इस दौरान गठबंधन के कार्यकर्ताओं ने ‘मतदाता सूची में गड़बड़ी बंद करो’, ‘फर्जी नाम हटाओ’, ‘योग्य मतदाताओं को जोड़ो’ जैसे नारे लगाए। सड़क जाम के कारण नारायणपुर से खरीक और भवानीपुर की ओर जाने वाले वाहनों की लंबी कतार लग गई थी। कुछ एंबुलेंस और स्कूल बसों को कार्यकर्ताओं ने मानवीय दृष्टिकोण से निकालने की अनुमति दी, लेकिन बाकी सभी वाहनों को रोक दिया गया था।
सड़क जाम के दौरान राजद और कांग्रेस कार्यकर्ता बैठकर सड़क पर प्रदर्शन करते रहे। इस दौरान स्थानीय लोगों ने यातायात बाधित होने पर नाराजगी जताई, हालांकि पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी से माहौल शांतिपूर्ण बना रहा। लगभग दो घंटे तक चले इस आंदोलन के बाद पुलिस ने सड़क खाली करवाई और धीरे-धीरे यातायात सामान्य हो सका।
पुलिस प्रशासन ने आंदोलनकारियों से किसी भी प्रकार की जबरदस्ती न करने की अपील की थी। मौके पर बीडीओ और सीओ ने भी पहुंचकर आंदोलनकारियों से वार्ता की। गठबंधन नेताओं ने प्रशासन को चेतावनी दी कि मतदाता सूची में सुधार नहीं होने पर आगामी दिनों में जिला मुख्यालय पर घेराव और धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। नारायणपुर में हुए इस आंदोलन ने स्थानीय राजनीति में मतदाता पुनरीक्षण के मुद्दे को एक बार फिर गर्म कर दिया है।
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