कुलगाम (जम्मू-कश्मीर)। जब देश रक्षाबंधन मना रहा था, उसी समय कुलगाम ज़िले के अखल क्षेत्र में भारतीय सेना आतंक के खिलाफ एक लंबा और भीषण ऑपरेशन चला रही थी। ऑपरेशन ‘अखल’ को शुरू हुए नौ दिन हो चुके हैं, लेकिन घने जंगलों और दुर्गम पहाड़ियों में छिपे आतंकियों के साथ मुठभेड़ अब भी जारी है।
बीते 24 घंटे में मुठभेड़ तेज हो गई, जिसमें हवलदार प्रितपाल सिंह और सिपाही हरमिंदर सिंह वीरगति को प्राप्त हुए, जबकि 10 जवान घायल हुए हैं, जिनमें कुछ की हालत गंभीर है। सुरक्षाबलों ने अब तक दो आतंकियों को ढेर कर एक का शव बरामद किया है।
यह ऑपरेशन खुफिया सूचना पर शुरू हुआ था कि अखल के जंगलों में हथियारबंद आतंकी छिपे हैं। सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस, SOG और CRPF की संयुक्त कार्रवाई ने इसे कश्मीर के सबसे लंबे एनकाउंटर में बदल दिया है। आतंकी इलाके की गुफाओं और घने जंगलों में छिपकर जवाबी फायरिंग कर रहे हैं, जिससे अभियान चुनौतीपूर्ण बना हुआ है।
LOC के पास भी हाई अलर्ट घोषित कर तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है। यहां दो और आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। चिनार कॉर्प्स सोशल मीडिया पर ऑपरेशन की पल-पल की जानकारी दे रहा है और सेना हर कदम पर सावधानी बरत रही है, ताकि किसी निर्दोष को नुकसान न पहुंचे